बिहार विधानसभा चुनावः 78 सीटों पर शाम 6 बजे तक 55.34% मतदान, आधी आबादी ने जमकर डाले वोट
By एस पी सिन्हा | Published: November 7, 2020 07:03 PM2020-11-07T19:03:50+5:302020-11-07T19:05:28+5:30
बिहार चुनावः कुल 1204 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं, जिनमें 110 महिला शामिल हैं. 78 विधानसभा क्षेत्र राज्य के जिन जिलों में पडते हैं, वे पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढी, मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, मधेपुरा, सहरसा, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, वैशाली तथा समस्तीपुर हैं.
पटनाः कोरोना महामारी के दौरान देश और दुनिया के सबसे बड़े चुनाव के लिए मतदान बिना किसी अप्रिय घटना के संपन्न हो गया. बिहार में 78 सीटों के लिए तीसरे व अंतिम चरण के हुए मतदान में शाम 5 बजे तक करीब 55.34 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया.
विधानसभा के साथ ही वाल्मिकीनगर लोकसभा उपचुनाव के लिए भी मत डाले गये. चुनाव के दौरान कोरोना का डर फीका पड़ गया. वैसे कोरोना महामारी की वजह से अटकलें लगाई जा रही थी कि इस बार मतदान का प्रतिशत कम होगा. कोरोना की डर की वजह से कम मतदाता ही मतदान करने निकलेंगे. लेकिन आज सुबह से ही ग्रामीण इलाकों में मतदाताओं ने कतारबद्ध होकर मतदान कर सभी आशंकाओं को गलत साबित कर दिया. इस चरण में पहले और दूसरे चरण से ज्यादा उत्साह दिखाई दिया. पहली बार वोट देने पहुंचे युवाओं में जबर्दस्त दिखा.
आधी आबादी ने पहले दो चरणों में पुरुषों से ज्यादा मतदान किया था. इस बार भी महिलाओं की कतार पुरुषों से ज्यादा दिखाई दे रही थीं. कई स्थानों पर ईवीएम में खराबी के कारण लोगों को परेशान होना पडा. लेकिन इसके बाद भी लोग इंतजार करते रहे. यहां मौजूद महिलाओं ने कहा कि पहले मतदान फिर जलपान ने मतदान केंद्र की ओर खींच लिया. अररिया के गर्ल्स हाई स्कूल बूथ से वोट देकर बाहर निकलतीं महिलाओं ने बताया कि काम करने वालों को वोट दिया गया है.
कोसी, सीमांचल और मिथिलांचल के 15 जिलों के 78 सीटों पर जारी मतदान में कतार में खड़ी महिलआएं जब थक जाती थीं तो वहीं बैठ जाती थीं. वैसे तो जनता की अदालत का फैसला तो दस नवंबर को आएगा पर सभी पार्टियां दावा कर रही हैं कि उनकी ही सरकार बनेगी. बिहार के प्रमुख राजनीतिक दल जदयू, भाजपा, लोजपा, राजद, कांग्रेस और अन्य मोर्चों के अपने अपने दावे हैं. इसके साथ ही शुरुआत हो गई है. कयासों का दौर शुरू हो गया है कि किसका होगा बिहार? कौन बनाएगा सरकार? कौन मारेगा बाजी और किसकी होगी हार?
चरण में कुल 1204 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं, जिनमें 110 महिला शामिल
इस चरण में कुल 1204 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं, जिनमें 110 महिला शामिल हैं. 78 विधानसभा क्षेत्र राज्य के जिन जिलों में पडते हैं, वे पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढी, मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, मधेपुरा, सहरसा, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, वैशाली तथा समस्तीपुर हैं. इनमें से अधितकर जिले सीमांचल के अंतर्गत आते है.
वहीं, चुनाव के दौरान पूर्णिया में घटी एक अप्रिय घटना ने हड़कंप मचा दिया. सरसी में अपराधियों ने प्रशासन की व्यवस्था को खुली चुनौती देते हुए मतदान के दौरान बिट्टू सिंह के भाई बेनी सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई है. जिसके बाद क्षेत्र में अफरातफरी का माहौल बन गया है. मिली जानकारी के अनुसार बेनी सिंह को पूर्णियां के धमदाहा विधानसभा क्षेत्र के सरसी में बदमाशों ने घेरकर गोली मार दी. बेनी सिंह के परिवारवालों ने एक उम्मीदवार और उनके समर्थकों को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है.
मतदान को लेकर चप्पे-चप्पे पर पुलिस और सुरक्षा बल तैनात हैं
ऐन मतदान के दिन हुई इस वारदात से हड़कंप मच गया है. सवाल उठ रहे हैं कि जब मतदान को लेकर चप्पे-चप्पे पर पुलिस और सुरक्षा बल तैनात हैं तो बदमाशों को इतनी बड़ी वारदात करने का मौका कैसे मिल गया प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक वारदात उस वक्त हुई जब बेनी सरसी स्थित आवास के पास बने पोलिंग बूथ पर मतदान करने जा रहा था.
अज्ञात अपराधियों ने एक के बाद एक आठ गोली मार दी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. वारदात की जानकारी मिलने के बाद घटना स्थल पर पुलिस के आला अधिकारी पहुंच गए हैं. यहां बता दें कि पूर्णिया में मोस्टवांटेड की लिस्ट में शामिल मयंक सिंह उर्फ बिट्टू सिंह को हाल में ही पुलिस ने गिरफ्तार किया था. उसे जिले में प्रवेश करने के दौरान एसटीएफ ने एके 47 व कार्बाइन के साथ गिरफ्तार किया था.
यहां उल्लेखनीय है कि पिछले महीने ही शिवहर विधानसभा क्षेत्र से जनता दल राष्ट्रवादी के प्रत्याशी श्रीनारायण सिंह की अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. इस दौरान प्रत्याशी के समर्थकों ने एक हमलावर को पीट-पीटकर मारा डाला. वहीं एक हमलावर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. श्रीनारायण सिंह गांव में चुनाव प्रचार करने गए थे. इसी दौरान बाइक सवार अपराधियों ने उन पर गोली चला दी.
वहीं पूर्णिया जिला के मरंगा थाना अंतर्गत सतकोदरिया पंचायत के अलीनगर बूथ संख्या 282 पर बडी संख्या में मतदाता वोट डालने पहुंचे. कोरोना संक्रमण को देखते हुए ड्यूटी पर तैनात जवानों ने मतदाताओं को लाइन में लगने की सलाह दी. अचानक मतदाताओं ने कतार तोडना शुरू कर दिया, जिसे लेकर जवानों ने समझाया. लेकिन मतदाता और जवानों के बीच इसको लेकर विवाद बढ़ना शुरू हो गया और मतदाताओं ने जवानों पर हमला बोल दिया. इसके बाद पैरामिलिट्री फोर्स के द्वारा हवाई फायरिंग की गई. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एच श्रीनिवासन ने फायरिंग की पुष्टि की है.