बिहार विधानसभा उपचुनावः दो सौ रुपये करुआ तेल में लोग तरकारी कैसे बनाएं? राजद प्रमुख लालू यादव बोले-कांग्रेस ‘राष्ट्रीय विकल्प’
By एस पी सिन्हा | Published: October 26, 2021 04:12 PM2021-10-26T16:12:24+5:302021-10-26T16:13:28+5:30
Bihar Assembly by-elections: बिहार में गठबंधन सहयोगी कांग्रेस के साथ हाल में हुए तकरार के लिए ‘‘छुटभैए’’ नेताओं को जिम्मेवार ठहराते हुए राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद ने दावा किया कि किसी ने भी इस दल की उतनी ‘‘मदद’’ नहीं की है, जितनी उन्होंने की है.
पटनाः बिहार में महागठबंधन के अंदर मचे घमासान और राजद व कांग्रेस के बिगडे़ रिश्ते को लेकर अब राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव थोड़ा नरम दिखने लगे हैं. उन्होंने कांग्रेस की तारीफ करते हुए कहा कि गठबंधन समान विचारधारा वाले लोगों, धर्मनिरपेक्ष ताकतों से बनता है.
राज्य स्तर पर भी हमने कांग्रेस, वामपंथी और अन्य दलों के साथ गठबंधन किया है. उन्होंने कहा है कि मुझसे अधिक कांग्रेस को किसी ने मदद नहीं किया होगा. लालू ने बिहार कांग्रेस के नेताओं को छुटभैया करार देते हुए यह भी कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस ही एकमात्र विकल्प है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस देश की सबसे पुरानी पार्टी है. राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस का वजूद है.
कांग्रेस के लिए हमने जितना किया है, उतना किसने किया. लालू ने कहा कि कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व को यह बात पता है. लेकिन कांग्रेस की नौकरी करने वाले छुटभैये नेता इस बात को नहीं समझते हैं. उन्होंने कहा कि वह ऐसे नेताओं का नोटिस नहीं लेते. उनका मानना है कि आज भी देश में विपक्षी एकजुटता का नेतृत्व कांग्रेस ही कर सकती है.
वहीं, लालू ने बढ़ती महंगाई को लेकर भी सरकार की खिंचाई की है. उन्होंने कहा कि आज देशभर में महंगाई कमर तोड़ रही है. पेट्रोल और डीजल के बढे़ दामों को लेकर भी केंद्र सरकार को उन्होंने घेरा. लालू ने अपने ठेठ अंदाज में कहा कि घी से महंगा डीजल हो गया है तो दो सौ रुपये पार कर चुके करुआ तेल (सरसों तेल) में लोग तरकारी (सब्जी) कैसे बनाएं?
उन्होंने कहा कि पेट्रोल-डीजल व खाद्य पदार्थों की कीमतें आसमान छू रहीं हैं. हर सामान की कीमत में आग लग गई है. डीजल व पेट्रोल की कीमतों में वृद्धि का असर महंगाई पर पड़ा है. डीजल महंगी होने के कारण ट्रक से माल ढुलाई में खर्च अधिक हो रहा है, जो अंतत: महंगाई बढ़ा रहा है. इस महंगाई से आम लोग प्रभावित हैं. ईंधन और खाद्य पदार्थों की बढ़ती कीमतों के कारण रसोई घर का बजट बिगड़ गया है.
राजद प्रमुख ने नीतीश कुमार को अहंकारी बताते हुए कहा कि नीतीश खुद को प्रधानमंत्री के तौर पर देख रहे थे. हर तरफ से उन्हें पीएम मैटेरियल बताया जा रहा था. नीतीश कुमार जैसा अहंकारी व्यक्ति कोई नहीं हो सकता, लेकिन जब पीएम बनने में असफल रहे तब वह भाजपा की गोद में बैठ गए. भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी यह बात भली-भांति पता है कि नीतीश कुमार क्या चीज है?
लालू ने कहा है कि पीएम मटेरियल की हवा जब निकल गई तो नीतीश जुगाड़ के सहारे बिहार में सत्ता पर बने हुए हैं. उन्होंने कहा कि वे लंबे समय तक बीमार रहे. जेल में भी रहे. हालांकि, अब जनता का प्यार उन्हें बिहार खींच लाया है. अब वे 30 अक्टूबर को होने जा रहे बिहार विधानसभा उपचुनाव क तारापुर व कुशेश्वरस्थान की सीटों के लिए प्रचार करेंगे.
वहीं, लालू के ताजा बयान पर कांग्रेस विधान पार्षद प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर साथ और बिहार में गाली देने की राजनीति नहीं चलेगी. जो लोग भी भाजपा के खिलाफ हैं, उन्हें राहुल गांधी के नेतृत्व स्वीकार करना पडेगा.
यहां उल्लेखनीय है कि बिहार आने के ठीक पहले लालू ने रविवार को दिल्ली में बिहार कांग्रेस के प्रभारी भक्त चरण दास को स्थानीय भाषा में भकचोन्हर(बेवकूफ) करार देकर राजनीतिक बवंडर खड़ा कर दिया है. जिसे लेकर सूबे की सियासत गर्मायी रही.