बिहारः दरभंगा के 79 गांव बाढ़ से प्रभावित, नदियों के खतरे के निशान को पार करने के बाद कई ट्रेनों का परिचालन ठप
By अभिषेक पारीक | Published: July 9, 2021 02:02 PM2021-07-09T14:02:50+5:302021-07-09T14:16:56+5:30
बिहार के दरभंगा जिले में बागमती, गेहुमी और कमला नदियां पिछले करीब दो सप्ताह से उफान पर हैं। जिसके चलते जिले के कई ब्लॉक में बाढ़ आ गई है।
बिहार के दरभंगा जिले में बागमती, गेहुमी और कमला नदियां पिछले करीब दो सप्ताह से उफान पर हैं। जिसके चलते जिले के कई ब्लॉक में बाढ़ आ गई है। इसके साथ ही कई अन्य जिलों में नदियों के बढ़े जलस्तर से रेल परिचालन भी प्रभावित हुआ है। समस्तीपुर रेलमंडल के सुगौली-नरकटियागंज रेलखंड में कई दिनों से ट्रेनों का संचालन ठप है। कई ट्रेनों को परिवर्तित मार्गों से चलाया जा रहा है।
दरभंगा के डीएम त्यागराजन एसएम ने गुरुवार को इस संबंध में एक्सीक्यूटिव इंजीनियरों की बैठक बुलाई। जिसमें उन्होंने सुझाव मांगे और अधिकारियों को बाढ़ प्रभावित आबादी की सूची बनने के निर्देश दिए, जिससे की लोगों को राहत पहुंचाई जा सके।
अधिकारियों के मुताबिक जिले के छह ब्लॉक के 79 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। जिससे गांवों की 58 हजार की आबादी प्रभावित हुई है। डीएम के मुताबिक, बाढ़ प्रभावित इलाकों में 14 स्थानों पर सामुदायिक रसोई के जरिये 3,418 लोगों को दोनों समय का भोजन कराया जा रहा है।
बाढ़ से प्रभावित इलाकों में आने-जाने के लिए 35 निजी और 110 सरकारी नौकाओं का संचालन किया जा रहा है। जिनके जरिये करीब 900 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
ट्रेनों का परिचालन बंद
सगौली नरकटियागंज रेलखंड पर चार जुलाई को ही ट्रेनों का परिचालन बंद कर दिया गया था। समस्तीपुर-रेलमंडल के मंझौलिया स्टेशन के ब्रिज संख्या 248 पर बाढ़ का पानी आने के बाद सभी मेल एक्सप्रेस ट्रेनों का मार्ग परिवर्तित किया गया है, वहीं कुछ पैसेंजर ट्रेन रद्द कर दी गई है।
खतरे के निशान के पार नदियां
उधर, समस्तीपुर-दरभंगा रेलखंड में भी नदियों के खतरे के निशान को पार करने के बाद ट्रेनों के परिचालन को सुचारू रखना प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती है। समस्तीपुर में बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है। वहीं हायाघाट स्टेशन के नजदीक बागमती नदी भी खतरे के निशान के करीब पहुंच रही है। ऐसे में ट्रेनों की गति को कम रखने के आदेश दिए गए हैं। समस्तीपुर-दरभंगा डीआरएम ने ट्रेनों का परिचालन पुल पर 30 किमी प्रति घंटे कर दिया है।