बिहार: दिमागी बुखार से अब तक 72 बच्चों की मौत, राजद ने किया नीतीश सरकार पर हमला
By एस पी सिन्हा | Published: June 14, 2019 06:21 PM2019-06-14T18:21:19+5:302019-06-14T18:21:19+5:30
राजद के प्रदेश महासचिव व विधायक भाई अरुण कुमार ने प्रेस बयान जारी कर कहा है कि मुजफ्फरपुर में दिमागी बुखार महामारी का रूप ले रही है और अब तक कई बच्चों की मृत्यु हो चुकी है. लेकिन, राज्य एवं केंद्र सरकार कान में तेल डाल कर सोई हुई है.
बिहार के मुजफ्फरपुर और उसके आसपास के जिलों में एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) से मरनेवालों का सिलसिला थमने का नाम हीं नही ले रहा है. उत्तर बिहार के सबसे बड़े अस्पताल श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (एसकेएमसीएच) में 24 घंटे के अंदर कई बच्चों की मौत हो गई. इस बीमारी से अबतक 72 बच्चों की मौत हो गई है. जबकि, 189 बच्चों को भर्ती कराया गया है. उधर, मोतिहारी में भी एईएस पीड़ित एक बच्चे को भर्ती कराया गया है.
इस बीच बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने एसकेएमसीएच का दौरा कर मरीजों का हालचाल जाना. इस दौरान उन्होंने स्वीकार किया कि एईएस से अबतक 57 बच्चों की मौत हुई है. उन्होंने बताया कि एसकीमसीएच में 47 और केजरीवाल अस्पताल में 10 बच्चों की मौत हुई है. उन्होंने अधिकारियों और चिकित्सकों को आवश्यक निर्देश दिये. हालांकि जानकारों का कहना है कि अब तक 72 बच्चों की मौत हो चुकी है.
उधर, मुजफ्फरपुर में एईएस से हो रही बच्चों की मौत से आक्रोशित जन अधिकार पार्टी (जाप) के कार्यकर्ताओं ने आज बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के राजधानी स्थित सरकारी आवास पर पहुंचे और जमकर हंगामा किया. जाप के आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने स्वास्थ्य मंत्री के सरकारी आवास के मुख्य द्वार पर कालिख पोत दी और तोड़फोड़ कर धरने पर बैठ गये. जाप कार्यकर्ताओं ने स्वास्थ्य मंत्री के नेमप्लेट पर पहले कालिख पोती, फिर नेमप्लेट को उखाड़ दिया.
वहीं, राजद के प्रदेश महासचिव व विधायक भाई अरुण कुमार ने प्रेस बयान जारी कर कहा है कि मुजफ्फरपुर में दिमागी बुखार महामारी का रूप ले रही है और अब तक कई बच्चों की मृत्यु हो चुकी है. लेकिन, राज्य एवं केंद्र सरकार कान में तेल डाल कर सोई हुई है. मुजफ्फरपुर की स्थिति भयानक हो गई है. साथ ही कहा कि केंद्र एवं बिहार में एक ही पार्टी की सरकार है. ऐसी स्थिति में भी राज्य की यह दुर्गति है, तो इसके लिए कौन जिम्मेवार है?
मुख्यमंत्री को बताना चाहिए. इस बीमारी को रोकने के लिए ना ही केंद्र सरकार और ना ही राज्य सरकार कृत संकल्पित है. राजद नेता ने केंद्र सरकार से बच्चों के डॉक्टरों की एक स्पेशल टीम मुजफ्फरपुर अविलंब भेजने की बात कही है. साथ ही कहा है कि इस बीमारी की रोकथाम के लिए स्थायी पहल की जाये, ताकि अगले साल यह बीमारी नहीं हो.