माइनस 20°C में 20 साल तक जिंदा रह सकता है कोरोना वायरस, विशेषज्ञ ने इन चीजों से बचने की दी नसीहत
By अनुराग आनंद | Published: June 22, 2020 07:39 PM2020-06-22T19:39:57+5:302020-06-22T20:22:17+5:30
दुनिया भर में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में कई देशों में कोरोना वायरस को लेकर रिसर्च भी हो रहा है। चीन के कोरोना एक्सपर्ट की मानें तो ठंडे जगह में कोरोना वायरस लंबे समय तक जिंदा रह सकता है।
नई दिल्ली: देश भर में कोरोना संक्रमण के मामले में तेजी से वृद्धि हो रही है। देश में कोरोना संक्रमण के मामले सवा 4 लाख से भी ज्यादा हो गए हैं। कोरोना के मामले में अब एक चौकाने वाली खबर सामने आई है।
चीन के कोरोना एक्सपर्ट का मानना है कि कोरोना वायरस माइनस 20°C में 20 साल तक जिंदा रह सकता है। टाइम्स नाऊ में छपी रिपोर्ट की मानें तो एक प्रमुख चीनी कोरोना एक्सपर्ट ने दावा किया है कि कोरोनो वायरस माइनस 20 डिग्री सेल्सियस के तापमान में 20 साल तक जीवित रह सकता है।
चीन की COVID-19 विशेषज्ञ टीम के सदस्य प्रोफेसर ली लंजुआन ने भी लोगों को चेतावनी दी है कि COVID-19 का कारण बनने वाले SARS-CoV-2 वायरस को रोकने के लिए कच्चे मांस या मछली को न छुएं। कच्चे मांस व मछली में वायरस मिलने की पुष्टि के बाद विशेषज्ञ ने इससे दूर रहने की नसीहत दी है।
चीन के कई सी-फूड मार्केट में कोरोना वायरस मिलने की हुई पुष्टि-
इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि चीन के कई सारे सीफ़ूड बाजारों में कई बार वायरस मिलने की पुष्टि हुई है। ऐसा इसलिए क्योंकि यहां कच्चे मांस आदि को बर्फ या फ्रीज में रखा जाता है। या फिर पैक कर देश भर में भेजा जाता है। यही वजह है कि इन चीजों के साथ आसानी से वायरस देश भर में फैल सकता है।
विशेषज्ञ ने चीनी अधिकारियों से आयातित जमे हुए खाद्य उत्पादों के निरीक्षण में तेजी लाने के लिए कहा है, जिससे वायरस के आगे प्रसार को रोका जा सके। सोमवार को, बीजिंग ने COVID-19 के नौ नए मामलों की सूचना दी।
विशेषज्ञ ने आयातित जमे हुए भोजन या थोक बाजार में ही कोरोना वायरस के छिपे की संभावना जताई है। यही वजह है कि कई शहरों में कोरोना के पुराने संक्रमण वाले वायरस के मिलने की पुष्टि हुई है।
भारत में कोरोना संक्रमण के जांच के दायरे को लगातार बढ़ाया जा रहा है-
भारत में पिछले 24 घंटे में 9,440 मरीज ठीक हुए। इस तरह ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 2,37,195 हो गयी है और ठीक होने की दर 55.77 प्रतिशत पर पहुंच गयी है। मंत्रालय के मुताबिक, वर्तमान में संक्रमण के 1,74,387 मामले हैं और सभी चिकित्सकीय निगरानी में हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, ‘‘ठीक होने वाले मरीजों और मौजूदा मरीजों के बीच अंतर बढ़ना जारी है ।’’ कोविड-19 की जांच के दायरे को लगातार बढ़ाया जा रहा है और सरकारी प्रयोगशाला की संख्या बढ़कर 723 और निजी प्रयोगशाला की संख्या 262 हो गयी है। कुल 985 प्रयोगशाला में कोविड-19 की जांच की जा रही है।
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंसाधन परिषद (आईसीएमआर) के मुताबिक, 21 जून तक 69,50,493 नमूने लिए गए । रविवार को 1,43,267 नमूने लिए गए । सोमवार को सुबह आठ बजे तक कोविड-19 के 14,821 नए मामले आए जिससे संक्रमित लोगों की संख्या 4,25,282 हो गयी और 445 लोगों की मौत के साथ मृतकों की संख्या 13,699 हो गयी।
संक्रमित लोगों की संख्या तीन लाख पार करने के आठ दिन बाद ही संक्रमित लोगों की संख्या चार लाख से ज्यादा हो गयी । एक जून के बाद से संक्रमण के 2,34,747 मामले आए हैं । लगातार 11 वें दिन सोमवार को देश में दस हजार से ज्यादा मामले आए।
पूर्वी चीन के हांगझोउ में एक बैठक में, विशेषज्ञ ने कहा कि वायरस ‘विशेष रूप से ठंड से डरता नहीं है।’उन्होंने कहा कि "कोरोनो वायरस 'विशेष रूप से ठंड से डरता नहीं है'। यह वायरस कुछ महीनों तक माइनस चार डिग्री सेल्सियस और माइनस 20 डिग्री सेल्सियस में 20 साल तक जीवित रह सकता है। ”