भोपाल नाव दुर्घटना: मछुआरों पर दर्ज केस का विरोध तेज, 6 लोगों की जान बचाने वाला नितिन बाथम भी शामिल
By राजेंद्र पाराशर | Published: September 16, 2019 06:02 AM2019-09-16T06:02:09+5:302019-09-16T06:02:09+5:30
मछुआरों ने छोटे तालाब के कालीघाट से मुख्यमंत्री निवास तक हाथों पर काली पट्टी बांधकर जुलूस निकालते हुए नाव हादसे पर हुई कार्रवाई का विरोध जताया. इस जुलूस में बड़ी संख्या में कहार, भोई, ढीमर, बाथम, मल्हा, निषाद, मांझी और रायकवार समाज के लोग शामिल हुए.
राजधानी के खटलापुरा घाट पर गणेश विसर्जन के दौरान हुए हादसे में 11 लोगों की मौत के बाद 4 मछुआरों पर प्रकरण दर्ज किए जाने को लेकर विरोध तेज हो गया है. मांझी समाज ने आज मौन जुलूस निकालकर विरोध जाया और धरने पर बैठ गए. विरोध कर रहे मछुआरों ने भोपाल कलेक्टर को हटाने की मांग भी की. समाज के लोगों ने कहा कि अगर गिरफ्तार नाविकों की रिहाई नहीं की तो वे आंदोलन करेंगे. इसके अलावा मांगें नहीं मानी गई तो वे दुर्गा विसर्जन समारोह में भाग नहीं लेंगे.
राजधानी में खटलापुरा घाट पर गणेश विसर्जन के दौरान नाव पलटने से 11 लोगों की मौत हो जाने के मामले में प्रशासन द्वारा 4 मछुआरों पर प्रकरण दर्ज कराए गए थे. प्रशासन की इस कार्रवाई का आज मांझी समाज के नेतृत्व में लोगों ने विरोध शुरु कर दिया है. कार्रवाई के खिलाफ आज मछुआरों ने मौन जुलूस निकालते हुए विरोध प्रदर्शन किया और एसडीएम को ज्ञापन सौंपा.
मछुआरों ने छोटे तालाब के कालीघाट से मुख्यमंत्री निवास तक हाथों पर काली पट्टी बांधकर जुलूस निकालते हुए नाव हादसे पर हुई कार्रवाई का विरोध जताया. इस जुलूस में बड़ी संख्या में कहार, भोई, ढीमर, बाथम, मल्हा, निषाद, मांझी और रायकवार समाज के लोग शामिल हुए. जुलूस को कमलापार्क के पास पुलिस ने बेरिगेट्स लगाकर रोका, जिसके बाद प्रदर्शन कर रहे लोग कमला पार्क के पास ही धरने पर बैठ गए और यहां उन्होंने एसडीएम को अपना ज्ञापन सौंपते हुए भोपाल कलेक्टर को हटाने की मांग की और साथ ही मछुआरा समाज ने दुर्गा विसर्जन में भाग न लेने की भी चेतावनी दी. उल्लेखनीय है कि नाव पलटने की घटना के बाद आकाश बाथम, चंगु बाथम, शुभम बाथम और अभिषेक बाथम पर प्रकरण दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया गया है.
तो सम्मान और सम्मान राशि कर दूंगा वापस
मछुआरों के इस जूलूस में नाव हादसे में 6 लोगों की जान बचाने वाले नितिन बाथम ने भी हिस्सा लिया था. नितिन ने हादसे में 4 लोगों पर हुई कार्रवाई का विरोध करते हुए कहा कि वह समाज के लिए प्रशासन की ओर से मिले सम्मान और सम्मान राशि दोनों को वापस कर देंगे, क्योंकि समाज के लोगों पर गलत कार्रवाई की गई है. हादसे में उनका कोई दोष नहीं था.
उल्लेखनीय है कि भोपाल जिला प्रशासन ने नितिन बाथम को 50 हजार रुपए का इनाम देकर सम्मानित किया और उसे वीरता पुरस्कार देने की सिफारिश की. प्रशासन ने इसके अलावा नितिन को सरकारी नौकरी दिलाने का वादा भी किया. वहां भाजपा ने नितिन को वीरता पुरस्कार मिले इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को इसकी सिफारिश करने की बात कही है.