इंटरनेट पर छाया 18 साल पहले गाया 'गोरी तोरी चुनरी बा लाल-लाल रे..' गाना, पढ़ें भोजपुरी सिंगर विशाल दुबे 'मु्न्ना' का Exclusive Interview
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 22, 2019 12:49 PM2019-03-22T12:49:34+5:302019-03-22T13:02:35+5:30
'गोरी तोरी चुनरी बा लाल-लाल रे..' 18 साल बाद यह गाना अब इंटरनेट पर वायरल हो रहा है। जिस बच्चे की आवाज पर टिक टॉक वीडियोज मिलियंस में व्यूज बटोर रहे हैं वो अब बड़ा हो चुका है। पेश है इसे गाने वाले विशाल दुबे 'मुन्ना' का खास इंटरव्यू।
रोहित कुमार पोरवाल
यू ट्यूब पर एक गाना है.. माइक के सामने एक बच्चा गाने के लिए खड़ा है.. सिर पर खिलौने वाला मुकुट पहना है, हाथ में कुछ नोट लिए हैं, इसी दरमियान कोई आकर उसे माला पहनाता है लेकिन बच्चा मंझे हुए कलाकार की तरह माला को गले में नहीं पहने रखना चाहता.. माला उतारते हुए उसका मुकुट भी निकल जाता है और बैकग्राउंड में मजीरा, हारमोनियम और लोगों की तालियों की आवाज सुनाई देती है.. बच्चा गाना शुरू करता है- 'अरे गोरी तोरी चुनरी बा लाल-लाल रे.. रोड पर चलेलू कमाल चाल रे..' पब्लिक झूम उठती है, तालियां गड़गड़ाने लगती हैं।
2001 में हुई इस रिकॉर्डिंग पर अब टिक टॉक वीडियोज बन रहे हैं और मिलियंस में देखे जा रहे हैं। जो लोग भोजपुरी गाने नहीं भी सुनते हैं.. वो भी इसके खुमार में डूब जाते हैं। इसे गाने वाला बच्चा अब जवान हो चुका है जिसे दुनिया विशाल दुबे 'मुन्ना' के नाम से जानती है। विशाल ने इस गाने और अपनी जीवन से जुड़े रोचक और अनछुए पहलुओं पर लोकमत से बात की।
विशाल जी आप पूर्वांचल की सेंसेशन बन चुके हैं भोजपुरी में, गोरी तोरी चुनरी बा लाल-लाल रे..' गाने को लेकर मिल रहे रिस्पॉन्स को देखकर कैसा लगता है और इसकी कहानी क्या है?
''अच्छा लगता है जैसे बचपना मेरा था वो.. लाइव मैं किया था.. एक्चुअली जो गाना मेरा है वो गाना हमारे गुरु जी आदरणीय श्री विजय लाल यादव विरहा सम्राट हैं.. वो गाना गाए थे सन 2000 में.. तो मैं उनका शिष्य था.. मैं उन्हीं के मंच पर हमेशा गाता था.. सभी लोग जानते हैं जो हमको प्यार करते हैं.. सब लोग हमारे बारे में जानते हैं कि मैं क्या हूं और कैसे आया हूं, कैसे गा रहा हूं.. तो मैं उसको मंच पे गाया था.. पूरा प्लानिंग के तहत हुआ था कि इसको रिकॉर्ड करना है, आडियो कैसेट बनाया गया और वो बिका, आडियो बिका.. फिर जब डीवीडी-सीडी का जमाना आया तो उसमें भी चला। आज ये चल रहा है तो अच्छा लगता है जैसे एक जुनून मिलता है काम करने का.. जब रिस्पॉन्स पब्लिक की तरफ से आता है तो.. एक जुनून मिलता है काम करने का.. ऊर्जा मिलती है..।''
आपने बचपन में जब ये गाया था और जब आप बोलते हां 'लाल लाल रे..' ये बोलने का स्टाइल लोगों को खूब भा रहा है...
''जी.. एक जैसे बाढ़ टाइप का आ चुक है इस समय.. मैं तो देख रहा हूं वही.. जितने भी लोग गाए हैं न.. देख रहे हैं लाल लाल खाली अगर.. सर्च मैं भी करता हूं.. मैं भी चेक करता हूं तो मैं देखता हूं टिक टॉक वाला वीडियो यूट्यूब पे है.. और भी लोग.. जितना भी लोग गाए हैं.. बहुत सारे लोग गाए हैं.. मैं देखता हूं कि लाल लाल जो है न.. लोग करते हैं फॉलो..।''
आपकी लाइफ में कभी ऐसा पल ऐसा मोमेंट आया कि आपके दिल से ये गाना सहज ही फूट पड़ा हो.. आपके मन से निकल पड़ा हो.. गोरी तोरी चुनरी बा लाल लाल रे.. ऐसा कोई पल आया?
ये तो मैं तो बचपना में गाना मैं स्टार्ट किया जब मैं गा ही रहा था तो...
मैं आपकी पर्सनल लाइफ से जोड़कर पूछ रहा हूं...
हाहाहा... नहीं, ऐसा कुछ नहीं है.. ऐसा कुछ नहीं है.. अभी तो इस समय माहौल खैर दूसरा हो चुका है.. मैं जहां जाता हूं.. तो जितने हमारे जनरेशन के सब लड़के हैं जो विरहा होता है तो विरहा न सुनकर के यही हमसे हमेशा गववाते हैं.. यहीं गाना बस.. वही गाना गाइये.. वही गाना.. दसों बार बीसों बार वही गाना..
असल में यह गाना लिखा किसने, आया कहां से और कैसे तैयारी कैसे हुई?
''ये गाना लिखे हैं आदरणीय हमारे गुरु जी श्री प्यारेलाल कवि, इस गाने को पहली दफा गाए थे अपने मुखार बिंदु से हमारे विरहा सम्राट आदरणीय गुरु जी विजय लाल यादव जी। तो मैं उनके मंच पे हमेशा गाता रहता था चाहे यूपी में कहीं भी किसी भी जिला में.. कोई जिला छोड़ा नहीं हूं लेकिन बचपना था उस समय.. वो बोलते थे ये गाओ.. उसमें आप सुनेंगे तो पीछे से आवाज आ रहा है हमारे गुरु जी का.. उस समय मैं कक्षा दो में पढ़ रहा था।
पहले दुकान था मेरा.. वो दुकान पैंट वगैरह का दुकान था.. उसी दुकान रहते थे झाड़ू बाड़ू मारते थे, टेप बजाते थे पूरा आडियो था और गुरु जी का पूरा विरहा एकदम याद कर लिए.. जब याद कर लिए तो हमारे घर वाले जो मामा लोग थे बोले कि यार विरहा पूरा याद कर लिए.. इतना बड़ा विरहा याद कर लिए.. विरहा चूंकि बड़ा होता है न.. पहले विरहा बड़ा 30 मिनट का आता था..
तो दुर्जन गुरु के यहां बोले.. संयोग से चौबेपुर प्रोग्राम लग गया चौबेपुर मार्केट में हमारे गुरु जी का.. विजय लाल गुरु जी और दुर्जन गुरु का.. तो उसमें जब ये जबरदस्ती हमारे मामा लोग कहके चढ़ा दिए.. तो मैं गया नीचे मंच के नीचे जैसे ही एकदम जहां पे लोग बैठते हैं मंच पे.. जस्ट नीचे मैं बैठा.. मैं सोचता था कि मतलब दुर्जन गुरु जी अब बुलाएंगे मंच पे फिर मैं जाऊंगा मैं गाऊंगा.. हालांकि एक जुनून था उस समय.. मैं गाऊंगा ज़रूर.. तो लोग रिक्वेस्ट किए मैं चढ़ा ऊपर जा रहा था..
आधा गाया.. आधा विरहा गाने के बाद गुरु जी हमको अपने मंच पे बुला लिए.. फिर बोले की इसपे गाओ..चूंकि उन्हीं का पूरा साज-बाज.. उसमें जो गाना मैं याद किया था.. तो आधा विरहा उसपे गाए... इसके बाद फिर अपने पास ही रख लिए। पहले मेरा नाम प्रवीण था.. वहीं मेरा नामकरण किए विशाल..
विशाल जनसमूह की तालियां देखकर आपका नाम रख दिया होगा..
मैं उनका बहुत शुक्रगुजार हूं और उनको चरण स्पर्श करता हूं..
आप बचपन से ही संगीत में रम चुके थे तो ऐसा नहीं हुआ कि आपकी पढ़ाई में डिस्टर्ब हुआ हो?
डिस्टर्ब तो पूरा हुआ..
कहां तक खींचे पढ़ाई?
करने को तो मैं बीए कर चुका हूं.. लेकिन क्लास ज्यादा नहीं कर पाया हूं।
एक वर्ग भोजपुरी गानों को अश्लीलता से जोड़कर देखता है.. हमने आपका अभिनंदन वाला गाना देखा जोकि देश भक्ति से भरा हुआ है.. क्या कहेंगे?
वीर सपूत हैं हमारे अभिनंदन जी देश का गौरव बढ़ाए हैं। देश का सीना चौड़ा हुआ है उनके नाम से.. और रही बात ये गंदा जो गाने की बात हो रही है तो हमारे जो आदर्श हमारे बड़े लोग हैं जो तो वहां से वो लोग पहल कर रहे हैं और वो लोग पहले कर रहे हैं तो जाहिर सी बात है सब ठीक हो जाएगा.. हमारा भी गाना जितना सुनेंगे.. ज्यादा बल्गर मैं भी नहीं गाता हूं... थोड़ा बहुत गाया है..
बॉलीवुड के बारे में भी आपके प्लान्स हैं?
अरे, अभी पहले तो अपना भोजपुरी... ख्वाहिश तो है..
शादी आप लव मैरिज किए?
नहीं.. नहीं.. घर के माध्यम से.. माता जी के माध्यम से हुआ है..
तो ये बात उठी नहीं कि आप ऐसा.. ऐसा गाना गाते हैं फिर कैसे..?
हां वो तो होता है.. गाना गाते हैं वो लोग शादी ऐसे जानकर के कर लिए लेकिन शूटिंग-ऊटिंग में करता हूं.. करके मैं घर जाता हूं तो मेरी वाइफ जो है जल्दी बोलती नहीं है.. कहां से आ रहे.. शूटिंग में से..अच्छा ठीक है.. वीडियो है.. बोला आने वाला है..
फिर उसके बाद रिस्पॉन्स क्या रहता है उनका ?
नहीं जब वीडियो ऐसे करके देख लेगी.. मोबाइल में मेरे देख लेगी तो फिर बोलेगी.. मतलब हट जाएगी.. मैं जा रही हूं सोने खाना बाना खा लीजिएगा बाहर खाकर आइएगा... हाहाहा..।''
इस इंटरव्यू को यहां देखें-