‘भावई’ राम या रावण की व्याख्या नहीं है : प्रतीक गांधी ने फिल्म का नाम बदलने पर कहा
By भाषा | Published: September 14, 2021 04:07 PM2021-09-14T16:07:35+5:302021-09-14T16:07:35+5:30
नयी दिल्ली/मुंबई, 14 सितंबर अभिनेता प्रतीक गांधी ने मंगलवार को बताया कि दर्शकों के एक वर्ग की भावनाओं का सम्मान करते हुए उनकी आगामी फिल्म ‘‘रावण लीला (भावई)’’ का नाम बदलकर केवल ‘‘भावई’’ कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि फिल्म का नया नाम ‘‘व्यापक सवाल का जवाब नहीं’’ है।
गुजरात के लोकप्रिय लोक नाट्य भावई की पृष्ठभूमि पर बनी यह फिल्म गांधी की मुख्य कलाकार के तौर पर हिंदी की पहली फीचर फिल्म है। गांधी ‘स्कैम 1992 : द हर्षद मेहता स्टोरी’ में दिखायी दिए थे।
फिल्म निर्माताओं के एक बयान के अनुसार, नाम में परिवर्तन के लिए दर्शकों के अनुरोध मिलने के बाद और ‘‘उनकी भावनाओं का सम्मान करते हुए’’ यह फैसला लिया गया।
हार्दिक गज्जर के निर्देशन में गांधी ने मंच के एक कलाकार राजाराम जोशी का किरदार निभाया है जो राम लीला में रावण का किरदार निभाता है।
‘‘भावई’’ फिल्म दो लोगों के बारे में है जो एक रामलीला में काम करते हैं तथा इसमें दिखाया गया है कि यह रामलीला कैसे उनके निजी जीवन पर असर डालती है।
अभिनेता (41) ने कहा कि यह फिल्म रावण का महिमामंडन नहीं करती है। गांधी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘हम फिल्म में राम या रावण का प्रस्तुतीकरण नहीं दिखा रहे। यह फिल्म इस बारे में नहीं है। इसलिए टीम ने सोचा कि अगर समाज के किसी खास वर्ग की भावनाएं आहत होती है तो उन्हें खुश करने के लिए नाम बदलने में हमें कोई हर्ज नहीं है। लेकिन मुझे विश्वास है कि यह व्यापक सवाल का जवाब नहीं है।
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