राजस्थान में दिखा भारत बंद असर, कांग्रेस की चेयरपर्सन कुमारी शैलजा ने दाल का दाम बताकर फंसी
By अनुभा जैन | Published: September 10, 2018 08:12 PM2018-09-10T20:12:44+5:302018-09-10T21:11:28+5:30
राजस्थान में कांग्रेस पार्टी ने बढ़ती पेट्रोल-डीजल की कीमतों और महंगाई को लेकर बंद का आह्वान किया था। कांग्रेस कार्यसमिति सदस्य और प्रदेश स्क्रीनिंग कमेटी की चेयरपर्सन कुमारी शैलजा ने कहा कि महंगाई इतनी बढ़ गई है कि आज ‘दाल का भाव 170 रूपए प्रति किलो ’’ तक पहुंच गया है।
जयपुर 10 सितम्बर:राजस्थान में कांग्रेस पार्टी ने बढ़ती पेट्रोल-डीजल की कीमतों और महंगाई को लेकर बंद का आह्वान किया था। कांग्रेस कार्यसमिति सदस्य और प्रदेश स्क्रीनिंग कमेटी की चेयरपर्सन कुमारी शैलजा ने कहा कि महंगाई इतनी बढ़ गई है कि आज ‘दाल का भाव 170 रूपए प्रति किलो ’’ तक पहुंच गया है, लेकिन जब उनसे सवाल किया गया कि कौनसी दाल का भाव 170 रूपए किलो है ? तो उन्हें दाल का नाम पता नहीं था। इसी दौरान जब पीसीसी उपाध्यक्ष अर्चना शर्मा से भी यही सवाल किया गया तो वो भी ऐसी दाल का नाम नहीं बता सकी, जिसके दाम 170 रूपए किलो हो।
राजस्थान में पेट्रोल पम्प, बाजार और कई निजी स्कूल रहे बंद
वहीं, पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस के दामों में हुई बढ़ोतरी व महंगाई के विरोध में राष्ट्रव्यापी आह्वान पर आज कांग्रेस के भारत बंद का असर देखने को मिला। राजधानी जयपुर सहित प्रदेश के कई जिलों में बाजार व स्कूल बंद रहे। जयपुर में भारत बंद को लेकर कई स्कूलों के संचालकों ने अवकाश घोषित किया, वहीं यहां के चांदपोल, जोहरी बाजार, रामगंज, नेहरू बाजर, जयंती बाजार, एमआईरोड आदि क्षेत्रों के कई बाजार बंद रहे। बंद के दौरान बाजारों में सन्नाटा छाया रहा।
इधर यहां के टोंक फाटक पर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं द्वारा पटरी पर मालगाड़ी रोके जाने की भी सूचना है। प्रशासन द्वारा जगह जगह पुलिस की टोलियां तैनात की गई, जिन्होंने गश्त के दौरान चारों ओर नजर गड़ाये रखी। सुरक्षा की दृष्टि से एसटीएफ और आरएसी के जवान भी तैनात किये गये, ताकि कोई अप्रिय घटना न हो।
जानकारी के मुताबिक कोटा, गंगानगर, भीलवाड़ा, जोधपुर सहित प्रदेश के कई शहरों में बंद का व्यापक असर देखने को मिला। बंद में निजी बस चालक भी शामिल हुए, इस कारण कई शहरों में स्थानीय निजी बसें नहीं चली। उधर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने आज जगह जगह रैलियां निकाली और शहर , कस्बों में खुले प्रतिष्ठानों को बंद करवाया।