‘अफवाह फैलाने’ के आरोप में बीजेपी सांसद सुभाष सरकार पर केस दर्ज
By भाषा | Published: April 17, 2020 12:32 PM2020-04-17T12:32:52+5:302020-04-17T12:37:33+5:30
पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस के संक्रमण से 10 लोगों की मौत हुई है जबकि 280 से ज्यादा मामले आए हैं. कोरोना वायरस संकट के बीच राज्य में सत्ताधारी टीएमसी और बीजेपी में राजनीतिक तेज है.
पश्चिम बंगाल के बांकुड़ा में दो शवों के दाह संस्कार को लेकर सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए अफवाह फैलाने के आरोप में बीजेपी सांसद सुभाष सरकार के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि तृणमूल कांग्रेस नेता जयदीप चट्टोपाध्याय ने बांकुड़ा सदर पुलिस थाने में सांसद के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी जिसके बाद गुरुवार को बांकुड़ा के सांसद के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई।
बीजेपी सांसद ने सोशल मीडिया पर कहा था कि अधिकारियों ने दो शवों के दाह संस्कार में गलती की और दावा किया कि उन दोनों की कोरोना वायरस से मौत हुई थी। टीएमसी नेता ने कहा, ‘‘सांसद खुद डॉक्टर हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि दोनों मृतकों में से किसी की भी रिपोर्ट देखे बिना उन्होंने कोविड-19 वैश्विक महामारी के समय सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने की कोशिश की।’’
बीजेपी सांसद ने इस पर पलटवार करते हुए कहा, ‘‘प्रशासन ने जांच के नतीजे आने से पहले कैसे शवों का दाह संस्कार किया?’’ अधिकारियों ने 12 अप्रैल की आधी रात को दाह संस्कार किया था। दोनों व्यक्तियों की एक सरकारी अस्पताल में मौत हुई थी। कुछ लोगों ने यह दावा करते हुए प्रदर्शन किया कि दोनों की कोरोना वायरस के कारण मौत हुई।
बंगाल भाजपा का आरोप, बीजेपी सांसदों को रोका गया
पश्चिम बंगाल भाजपा ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उनके सांसदों को अपने घरों से बाहर निकलने से रोक दिया ताकि वे संकट में फंसे लोगों के बीच राहत सामग्री वितरित नहीं कर सकें। पार्टी ने दावा किया कि भाजपा सांसदों अर्जुन सिंह, जॉन बारला और जयंत रे को सड़क पर रोक दिया गया और पुलिस ने उनसे घर लौटने और लॉकडाउन हटने तक घर के अंदर रहने को कहा।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा, "अगर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के नेता राहत सामग्री वितरित करते हैं, तो कोई समस्या नहीं है। लेकिन जब हमारे नेता भी वैसा करने की कोशिश कर रहे हैं, तो उन्हें सात से अधिक लोगों के एकत्र होने पर प्रतिबंध के नाम पर रोक दिया जाता है। यह बिल्कुल अस्वीकार्य है। ”
बैरकपुर के भाजपा सांसद अर्जुन सिंह के अनुसार उन्हें उत्तर 24 परगना जिले में पुलिस ने राहत सामग्री वितरित करने से रोक दिया और उन पर बिना पूर्व अनुमति के अपने घर से बाहर निकलने और खाद्य पदार्थ वितरित करने का आरोप लगाया गया। इससे पहले, अलीपुरद्वार और जलपाईगुड़ी के सांसद, क्रमशः जॉन बारला और संजय रे ने भी ऐसे ही आरोप लगाए थे। तृणमूल कांगेस ने भाजपा नेताओं के आरोपों को निराधार बताया और कहा कि भाजपा को संकट के इस समय में सस्ती राजनीति से बचना चाहिए।