Begusarai shooting incident: केंद्रीय मंत्री गिरिराज ने सीएम नीतीश पर किया हमला, कहा-जाति से जोड़कर उन्माद फैलाने की कोशिश
By एस पी सिन्हा | Published: September 15, 2022 05:53 PM2022-09-15T17:53:25+5:302022-09-15T17:54:26+5:30
Begusarai shooting incident: गिरिराज सिंह ने नीतीश कुमार की मृतकों और घायलों की जाति खोजकर टिप्पणी करने पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि जंगलराज में मुसलमानों को गोली मार दी जाए तो नीतीश बाबू को दर्द होता है... सत्ता में बैठे धृतराष्ट्र को आम बिहारियों की जान की चिंता नहीं है।
पटनाः बेगूसराय में हुई गोलीकांड को लेकर बिहार में लगातार सियासत हो रही है। जिस तरह से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस घटना को एक साजिश बताते हुए इसमें जाति को जोड़ दिया है, इससे भाजपा नेताओं का तेवर और तल्ख हो गया है। मुख्यमंत्री के बयान पर भाजपा ने कड़ी आपत्ति जताई है।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि नीतीश कुमार जिस तरह बेगूसराय में सीरियल फायरिंग को जाति से जोड़कर उन्माद फैलाने की कोशिश कर रहे हैं, उससे लगता है कि नीतीश कुमार ने ही फायरिंग करवाई है।
इससे पहले भी गिरिराज सिंह ये बात कह चुके हैं कि हो सकता है कि गोलीकांड का अपराधी किसी सरकारी ऑफिस में छिपकर बैठा हो। उन्होंने अपने ट्वीटर हैंडल के माध्यम से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोला है। उन्होंने गोलीकांड में मृतक और घायल व्यक्ति की जाति बताते हुए भी नीतीश कुमार के बयान को कटघरे में खड़ा किया है।
उन्होंने ट्विट कर कहा कि नीतीश कुमार ने जिम्मेदारी की भावना खो दी है। उन्होंने कहा कि घायल की जाति जाने सरकार-अपराधी हैं अब तक फरार- जय हो सुशाशन की सरकार। नीतीश के बयान को गैर जिम्मेदाराना बताते हुए गिरिराज ने बताया कि मृतक चंदन जाति से कुर्मी था।
वहीं घायलों में बाढ़ का विशाल सोलंकी राजपूत, तेयाय का दीपक कुमार बरौनी का अमरजीत कुमार, मराची का मोहन राजा जाति से भूमिहार हैं। इसी तरह मोकामा का रंजीत यादव और कसहा का भरत यादव दोनों यादव है। अन्य घायलों में फुलवडिया का नितेश कुमार जाति से पंडित (कुम्हार), मंसूरचक गोविंदपुर का नीतीश कुमार बनिया और प्रशांत कुमार रजक जाति से आते हैं।
गिरिराज ने नीतीश की मृतकों और घायलों की जाति खोजकर टिप्पणी करने पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि जंगलराज में मुसलमानों को गोली मार दी जाए तो नीतीश बाबू को दर्द होता है... सत्ता में बैठे धृतराष्ट्र को आम बिहारियों की जान की चिंता नहीं है।