दिवाली से पहले 'प्रदूषण' को लेकर दिल्ली सरकार का प्लान तैयार, कृत्रिम बारिश से लेकर WFH.. और भी..

By आकाश चौरसिया | Updated: September 1, 2024 15:02 IST2024-09-01T14:49:17+5:302024-09-01T15:02:30+5:30

दीपावली से पहले प्रदूषण को लेकर दिल्ली सरकार का प्लान तैयार है, जिसमें कृत्रिम बारिश से लेकर WFH की योजना प्रदेश सरकार के एक्शन प्लान में शामिल है।

Before Diwali, Delhi government's action plan to tackle 'pollution', from artificial rain to WFH | दिवाली से पहले 'प्रदूषण' को लेकर दिल्ली सरकार का प्लान तैयार, कृत्रिम बारिश से लेकर WFH.. और भी..

फोटो क्रेडिट- (एक्स)

Highlightsदिवाली से पहले दिल्ली सरकार का एक्शन प्लान तैयार राज्य सरकार ने कह दिया कि प्रदूषण से निपटने के लिए हर वो कड़े कदम उठाएंगे, जो जरूरी हैंइस बीच उन्होंने ये भी कहा कि जब से आप सरकार सत्ता में आई, तब से प्रदूषण का स्तर घटा

नई दिल्ली:दिल्ली में दिन-प्रतिदिन बढ़ते प्रदूषण की रोकथाम के लिए दिल्ली सरकार में पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने शीतकालीन कार्य योजना हिंट के तौर पर साझा की है। इसमें माना जा रहा है कि आर्टिफिसियल बारिश, वर्क फ्रॉम होम नीति, ज्यादा प्रदूषण वाले क्षेत्र में व्हीकल्स की पाबंदी और राजधानी में शीतकालीन प्रदूषण के बारे में निवासियों को अधिक जागरूक बनाने के लिए अभियान चलाया जाएगा।  

द हिंदू की एक रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली सरकार में पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने रेखांकित करते हुए दिवाली के दौरान वायु गुणवत्ता के मुद्दों के समाधान के लिए विभिन्न अधिकारियों और पर्यावरण विशेषज्ञों से इनपुट मांगा है, जब 'हवा शांत होती है' और प्रदूषण कम हो जाता है।

उन्होंने कहा, “पिछले साल, आईआईटी-कानपुर ने एक प्रस्ताव प्रस्तुत किया था कि दिल्ली में कृत्रिम बारिश या क्लाउड सीडिंग प्रयोग किया जा सकता है। मंत्री ने आगे कहा कि वित्तीय प्रबंधन और सुरक्षा अनुमति की जरूरत है। पिछले साल, बहुत कम समय था इसलिए अनुमति नहीं मिल सकी''।

गोपाल राय ने कृत्रिम वर्षा के प्रस्ताव पर चर्चा के लिए केंद्रीय एजेंसियों और IIT कानपुर के विशेषज्ञों के साथ बैठक का अनुरोध किया है। गोपाल राय ने कहा कि इस साल दिल्ली सरकार सर्दियों के शुरू होने से पहले निजी और सरकारी दोनों कार्यालयों के लिए घर से काम करने को बढ़ावा देने की संभावना ज्यादा है।

वायु गुणवत्ता के संदर्भ में 51 से 100 के बीच का सूचकांक ‘संतोषजनक’ माना जाता है, 201 से 300 ‘खराब’ माना जाता है, जबकि 301 से 400 ‘बहुत खराब’ और 401 से 450 ‘गंभीर’ माना जाता है। वर्तमान में, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली की वायु गुणवत्ता ‘मध्यम’ से ‘संतोषजनक’ रही है। लेकिन आमतौर पर सर्दियों के दौरान यह “बहुत खराब” से लेकर “गंभीर” तक गिर जाती है।

गोपाल राय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि दिल्ली सरकार इस समस्या से निपटने के लिए कड़े कदम उठाएगी। उन्होंने बताया कि उस दौरान दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और यूपी के लिए काफी कठिनाई भराई रहता है। केजरीवाल सरकार इस सरकार को खत्म करने के लिए काम कर रही है। यहां तक कि जब से हमारी सरकार सत्ता में आई, तब से आप देखें तो पाएंगे कि दिल्ली का प्रदूषण स्तर कम हुआ है। 

Web Title: Before Diwali, Delhi government's action plan to tackle 'pollution', from artificial rain to WFH

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