चीनी सेना के मार्शल आर्ट लड़ाकों के मुकाबले इंडियन आर्मी का बैटल ग्रुप तैनात, LAC पर देंगे हर चालबाजी का जवाब!

By आदित्य द्विवेदी | Published: June 29, 2020 10:15 AM2020-06-29T10:15:21+5:302020-06-29T10:15:21+5:30

भारत ने भी एलएसी पर माउंटेन कॉर्प के इंटीग्रेटेड बैटल ग्रुप (आईबीजी) तैनात कर दिए हैं। जो चीन किसी भी हिमाकत का उसी की भाषा में जवाब देने में सक्षम हैं।

Battle group of Indian Army deployed against martial arts fighters of Chinese army, will respond to every tact on LAC! | चीनी सेना के मार्शल आर्ट लड़ाकों के मुकाबले इंडियन आर्मी का बैटल ग्रुप तैनात, LAC पर देंगे हर चालबाजी का जवाब!

इंटीग्रेटेड बैटल ग्रुप (प्रतीकात्मक चित्र)

Highlightsचीनी सेना ने लद्दाख में अपनी नीतियों को बदलते हुए बड़ी संख्या में मार्शल आर्ट में माहिर लड़ाकों को भर्ती किया है।छद्म युद्ध में माहिर चीन अब इन भाड़े के लड़ाकों के जरिए सीमा विवाद को बढ़ाने के फिराक में है।

भारत और चीन के बीच सीमा पर तनाव चरम पर है। अपनी सरहदों की सुरक्षा के लिए भारत ने तैयारी पूरी कर ली है। चीन की किसी भी चालबाजी का जवाब देने के लिए भारतीय सेना के जवान मुस्तैदी से खड़े हैं। इस बीच खुलासा हुआ है कि 15 जून की झड़प से कुछ दिन पहले ही चीन ने अपनी माउंटेन डिविजन और मार्शल आर्ट में माहिर हत्यारों को सीमा के नजदीक तैनात किया था। इसके बाद भारत ने भी एलएसी पर माउंटेन कॉर्प के इंटीग्रेटेड बैटल ग्रुप (आईबीजी) तैनात कर दिए हैं। जो चीन किसी भी हिमाकत का उसी की भाषा में जवाब देने में सक्षम हैं।

क्या है इंटीग्रेटेड बैटल ग्रुप?

सेना का इंटीग्रेटेड बैटल ग्रुप (आइबीजी) आदेश के 12 घंटे के भीतर ही दुश्मन को घर में घुसकर किसी भी तरह के ऑपरेशन को अंजाम दे सकता है। यह इसकी विशेष दक्षता में शामिल है। प्रतिरक्षा हो या आक्रमण, युद्ध जैसी किसी भी स्थिति से तुरंत निबटने में यह दस्ता हर क्षण तत्पर रहेगा। यह महज विशेष प्रशिक्षण प्राप्त कमांडोज का दस्ता मात्र नहीं, बल्कि पैदल सेना, टैंक, तोपखाना, वायु रक्षा, संचार और युद्धकौशल के तमाम अत्याधुनिक हथियारों से लैस पूरी यूनिट है। इसीलिए इसे इंटीग्रेटेड बैटल ग्रुप यानी एकीकृत युद्धक समूह कहा गया है। 

इस ग्रुप में शामिल जवान ऊंचे पहाड़ी इलाकों में युद्ध करने में पारंगत हैं। ये समूह खासतौर पर ऊंचे पर्वतीय इलाकों में युद्ध के लिए प्रशिक्षित किए जाते हैं। ये 17वीं माउंटेन कार्प के जवान हैं जिन्हें युद्धक समूहों के रूप में चीन से निपटने के लिए खासतौर पर तैयार किया गया है।

चीन ने तैनात किए थे मार्शल आर्ट लड़ाके

एक रिपोर्ट के अनुसार ल्हासा में चीनी सेना ने पांच नए मिलिशिया डिवीजन को तैनात किया था। इस डिवीजन में चीन के माउंट एवरेस्ट ओलंपिक टॉर्च रिले टीम के पूर्व सदस्यों के अलावा मार्शल आर्ट क्लब के लड़ाके शामिल हैं। माना जाता है कि इन्हीं के करतूतों के कारण सीमा पर हिंसक वारदातें देखने को मिलीं हैं।

चीनी सेना ने लद्दाख में अपनी नीतियों को बदलते हुए बड़ी संख्या में मार्शल आर्ट में माहिर लड़ाकों को भर्ती किया है।लाठी, भाले और रॉड से लड़ते हैं ये लड़ाके मार्शल आर्ट लाठी-भाले, डंडा और रॉड के जरिए युद्ध करने में माहिर होते हैं। ऐसे ही सैनिकों के भरोसे चीन अब भारत से युद्ध करने की तैयारी कर रहा है।

चाइना पीपुल्स डेली की रिपोर्ट के अनुसार, तिब्बत के पठार इलाके में रहने वाले ये लड़ाके चीनी सेना को नुकीली चीज या लाठी, डंडों से लड़ने की ट्रेनिंग भी दे रहे हैं। छद्म युद्ध में माहिर चीन अब इन भाड़े के लड़ाकों के जरिए सीमा विवाद को बढ़ाने के फिराक में है। लेकिन अब इनका मुकाबला भारतीय सेना के इंटीग्रेटेड बैटल ग्रुप से होगा जो इनकी किसी भी कारस्तानी का जवाब देने में सक्षम हैं।

Web Title: Battle group of Indian Army deployed against martial arts fighters of Chinese army, will respond to every tact on LAC!

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