येदियुरप्पा के बाद बसवराज बोम्मई के हाथ में कर्नाटक की कमान, राज्यपाल ने दिलाई मुख्यमंत्री पद की शपथ
By विनीत कुमार | Published: July 28, 2021 11:09 AM2021-07-28T11:09:26+5:302021-07-28T12:12:37+5:30
बसवराज बोम्मई को कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री के तौर पर बुधवार को बेंगलुरु में राजभवन में एक सादे कार्यक्रम में पद की शपथ दिलाई गई। इस दौरान बीएस येदियुरप्पा भी मौजूद रहे।
बसवराज बोम्मई ने कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री के तौर पर बुधवार को शपथ ले ली। उन्हें कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। वे बीएस येदियुरप्पा के साथ राज्यपाल भवन पहुंचे थे। बोम्मई बुधवार को शपथ ग्रहण से पहले भगवान श्री मारुति मंदिर में दर्शन करने भी पहुंचे।
इससे पहले मंगलवार को कर्नाटक भाजपा विधायक दल ने 61 साल के बसवराज बोम्मई को अपना नया नेता चुना था। उत्तरी कर्नाटक से आने वाले लिंगायत नेता बोम्मई को बीएस येदियुरप्पा का भी समर्थन है और वे उनके करीबी माने जाते हैं। कर्नाटक में एच डी देवगौड़ा और एच डी कुमारस्वामी के बाद यह पिता-पुत्र की दूसरी जोड़ी है जो मुख्यमंत्री बने हैं।
बसवराज बोम्मई पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत एस आर बोम्मई के पुत्र हैं। इससे पहले येदियुरप्पा के नेतृत्व वाली सरकार में वह गृह, कानून, संसदीय एवं विधायी कार्य मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। येदियुरप्पा ने सोमवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसकी अटकलें पिछले कुछ दिनों से लगाई जा रही थीं।
पहले दिन बोम्मई लेंगे कैबिनेट की बैठक
बोम्मई मुख्यमंत्री का पदभार संभालने के बाद आज पहले दिन कैबिनेट मीटिंग की अध्यक्षता करेंगे। साथ ही वे राज्य में कोविड-19 और बाढ़ के हालात का भी जायजा अधिकारियों से लेंगे।
कर्नाटक के हावेरी जिला के शिगगांव से तीन बार के विधायक रहे बोम्मई मैकेनिकल इंजीनियर रहे हैं। उन्होंने अपने करियर के शुरुआती दिनों में पुणे में टाटा मोटर्स के लिए तीन साल तक काम भी किया है।
बोम्मई प्रभावशाली वीराशैव-लिंगायत समुदाय से आते हैं और येदियुरप्पा भी इसी समुदाय से हैं। राज्य की कुल आबादी में समुदाय की हिस्सेदारी 16-17 प्रतिशत है और इसे भाजपा के मजबूत वोटबैंक के तौर पर देखा जाता है। उन्होंने अपना राजनीतिक सफर जनता दल से शुरू किया था और दो बार (1997 और 2003) में कर्नाटक विधान परिषद के सदस्य रहे।
बोम्मई मुख्यमंत्री जे एच पटेल के राजनीतिक सचिव भी रहे और परिषद में विपक्ष के उपनेता भी रहे। बोम्मई ने जनता दल (युनाइटेड) छोड़कर फरवरी 2008 में भाजपा का दामन थाम लिया और उसी साल हुए विधानसभा चुनावों में हावेरी जिले के शिगगांव निर्वाचन क्षेत्र से विधायक निर्वाचित हुए। इसके बाद वह 2013 और 2018 के विधानसभा चुनावों में भी इस सीट से निर्वाचित हुए।
बोम्मई के शपथ ग्रहण समारोह में येदियुरप्पा सहित केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और जी किशन रेड्डी, भाजपा के राष्ट्रीय सचिव एवं कर्नाटक के प्रभारी अरुण सिंह, प्रदेश अध्यक्ष नलिन कुमार कतील और राष्ट्रीय महासचिव सी टी रवि मौजूद रहे। प्रधान और रेड्डी को विधायक दल की बैठक के लिए भाजपा के संसदीय बोर्ड ने केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया था।
(भाषा इनपुट)