10 को मिलाकर 4 बड़े बैंक बनाने से आम आदमी पर पड़ेगा क्या असर, आसान भाषा में समझिए
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: August 31, 2019 09:19 AM2019-08-31T09:19:46+5:302019-08-31T09:19:46+5:30
आने वाले समय में सार्वजनिक क्षेत्र के 10 बैंकों को मर्ज करके 4 बड़े बैंक बनाए जाएंगे। आसान भाषा में समझिए कि बैंकों के विलय का आम आदमी पर क्या असर पड़ेगा...
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को सरकारी बैंकों के मेगा मर्जर का ऐलान किया। आने वाले समय में सार्वजनिक क्षेत्र के 10 बैंकों को मर्ज करके 4 बड़े बैंक बनाए जाएंगे। जिन चार बड़े सरकारी बैंकों में विलय होगा वे अभी अच्छी स्थिति में दिखाई दे रहे हैं। इसमें पंजाब नेशनल बैंक, केनरा बैंक, यूनियन बैंक और इंडियन बैंक शामिल है। आसान भाषा में समझिए कि बैंकों के विलय का आम आदमी पर क्या असर पड़ेगा...
1. आपको नए चेकबुक के लिए तैयार रहना होगा। मौजूदा चेकबुक कुछ समय तक वैध रहती है। ग्राहकों को विलय के बाद उस बैंक की चेकबुक जारी कर दी जाएगी, जिसमें उनके बैंक का विलय हुआ।
2. आपने ईसीएस के जरिए डिविडेंड बैंक खाते में मंगाने, सैलरी के ऑटो क्रेडिट और कई तरह के बिल के पेमेंट के लिए अपना बैंक अकाउंट नंबर और आईएफएससी कोड दिया होगा। विलय की प्रक्रिया पूरी होने के बाद आपको इन कामों के लिए अपने बदले बैंक अकाउंट की जानकारी देनी पड़ेगी। करीब दो साल पहले जब एसबीआई के 5 सहयोगी बैंकों का विलय हुआ था तो 1300 बैंक शाखाओं के नाम और आईएफएससी कोड बदल गए थे।
3. विलय होने वाले बैंक के क्रेडिट कार्ड रखने वाले ग्राहकों को विलय के बाद उस बैंक का क्रेडिट कार्ड जारी किया जाएगा जिस बैंक में उनका विलय होगा। हालांकि, ग्राहकों को किसी तरह की दिक्कत ना हो, इसलिए विलय हो रहे बैंक का क्रेडिट कार्ट कुछ दिन तक वैध बना रहेगा।
4. विलय हो रहे बैंक में फिक्स्ड डिपॉजिट रखने वाले ग्राहकों को थोड़ा पेपरवर्क करना होगा, क्योंकि आखिर में फिक्स्ड डिपॉजिट को एंकर बैंक में ट्रांसफर कर दिया जाएगा।
5. अभी यह स्पष्ट नहीं है कि विलय होने वाले बैंकों से लोन लेने वाले ग्राहकों के ब्याज दर में किस तरह का बदलाव होगा। इसकी वडह यह है कि अभी बैंकों के एमसीएलआर रेट अलग-अलग हैं।
6. शेयर बाजार में सूचीबद्ध बैंकों के शेयर धारकों पर भी इस विलय का असर पड़ेगा। शेयरों के स्वॉप रेशियों का ऐलान बाद में होगा। इसका मतलब यह है कि विलय हो रहे बैंक के शेयर रखने वाले व्यक्ति को उन शेयरों के बदले एंकर बैंक के शेयर जारी किए जाएंगे। इसका अनुपात बैंक बाद में बताएंगे।
7. एक अच्छी बात यह है कि विलय के बाद ग्राहकों की पहुंच बैंक की ज्यादा ब्रांच तक होगी। पीएनबी, ओबीसी और यूनाइटेड बैंक के विलय के बाद पीएनबी देश का दूसरा सबसे बड़ा बैंक बन जाएगा। इससे दोनों बैंकों की शाखाएं भी पीएनबी की बन जाएंगी। इससे इन बैंकों के ग्राहकों के लिए शाखाओं की संख्या काफी बढ़ जाएगी।
8. सरकार ने बैंक ऑफ इंडिया और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया का वजूद बनाए रखने का फैसला किया है। इनके अलावा इंडियन ओवरसीज बैंक, यूको बैंक, बैंक ऑफ महाराष्ट्र और पंजाब एंड सिंध बैंक का वजूद भी बना रहेगा। इन बैंकों के ग्राहकों पर विलय के फैसले का कोई असर नहीं पड़ेगा।