एमएफ हुसैन की पेंटिंग बेचने के मामले में प्रियंका गांधी की भी बढ़ सकती है मुश्किल! ईडी ने कही ये बात
By रामदीप मिश्रा | Published: March 24, 2020 10:11 AM2020-03-24T10:11:38+5:302020-03-24T10:11:38+5:30
Bank Fraud Case: यस बैंक के मामले की निगरानी करने वाले एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि राणा कपूर ने प्रियंका गांधी को जो 2 करोड़ रुपये का भुगतान किया था, वह पैसे बैंक से उन्हें कुछ ही समय पहले मिले थे। इस वजह से मामला जांच का हिस्सा बन गया।
एमएफ हुसैन की एक पेंटिंग को यस बैंक के सीईओ रणा कपूर को बेचे जाने को लेकर मचे विवाद के बीच ईडी अब अपने जांच के दायरे प्रियंका गांधी को भी ला सकती है। सूत्रों के अनुसार ईडी के अधिकारी इस 'लेन-देन' को बैंक फ्रॉड केस में 'अपराध को आगे बढ़ाने' का हिस्सा मान कर चल रहे थे। यही नहीं, ईडी प्रियंका गांधी से पूछताछ कर सकती थी। राणा कपूर फिलहाल ईडी की हिरासत में हैं।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, यस बैंक के मामले की निगरानी करने वाले एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि राणा कपूर ने प्रियंका गांधी को जो 2 करोड़ रुपये का भुगतान किया था, वह पैसे बैंक से उन्हें कुछ ही समय पहले मिले थे। इस वजह से मामला जांच का हिस्सा बन गया। ऐसे में खरीदार और विक्रेता दोनों पर पीएमएलए अधिनियम (धनशोधन रोकथाम कानून) की धारा 3 के तहत कार्रवाई के दायरे में आ सकते हैं।
एमएफ हुसैन ने राजीव गांधी को पेंटिंग गिफ्ट में दी थी, जब वह प्रधानमंत्री थे। साथ ही साथ उस दिन शाम के समय कांग्रेस पार्टी अपना शताब्दी समारोह मना रही थी। इसी दौरान हुसैन ने राजीव गांधी को पेंटिंग भेंट की थी। राणा कपूर ने 2 करोड़ रुपये प्रियंका गांधी को 2010 में चेक के जरिए भुगतान किए थे। यह मामला पहले ही आयकर (आईटी) विभाग द्वारा जारी जांच का विषय था।
इस मामले को लेकर बीजेपी की ओर से उठाए गए सवालों को जवाब देते हुए कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा था कि प्रियंका ने राजीव गांधी के चित्र वाली हुसैन की जो पेंटिंग बेची थी उसका भुगतान चेक से हुआ था और इस पर आयकर भी दिया गया था। राजीव गांधी का चित्र था जिसे एम एफ हुसैन ने बनाया था। राणा कपूर और यस बैंक ने प्रधानमंत्री के कई कार्यक्रमों का प्रायोजन किया था। प्रधानमंत्री ने कई बार राणा कपूर की तारीफ की थी और उनके निमंत्रण पर गए थे। इसका हम पूरा विवरण जारी कर रहे हैं। इस प्रकार की वाहियात राजनीति से बीजेपी खुद का और अपनी पार्टी का मजाक बना रही है।
बता दें, धन शोधन के आरोप में में गिरफ्तार यस बैंक के संस्थापक राणा कपूर की न्यायिक हिरासत दो अप्रैल तक है। इस महीने के शुरुआत में ईडी ने पीएमएलए के तहत गिरफ्तार किया था।
ईडी के मुताबिक, कपूर के कार्यकाल में 30,000 करोड़ रुपये का ऋण दिया गया जिनमें से 20,000 करोड़ रुपये का ऋण डूब गया। उनपर और भी अनियमिताएं करने का आरोप है। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई)भी कपूर के खिलाफ जांच कर रही है और सीबीआई अदालत के समक्ष पेश करने का वारंट हासिल कर चुकी है। सीबीआई भी कपूर का हिरासत चाहती है।