प्रिंट मीडिया की खबरों में विश्वसनीयता पर लोगों का गहरा विश्वास, सेंट जोसेफ महाविद्यालय में स्वर्ण जयंती समारोह का आयोजन
By अनुभा जैन | Published: May 2, 2022 03:58 PM2022-05-02T15:58:58+5:302022-05-02T15:59:47+5:30
पत्रकारिता के क्षेत्र में आठ दिवसीय हिन्दी नवलेखन शिविर का आयोजन चल रहा है। 28 अप्रैल 2022 से शुरू हुए इस शिविर के उद्घाटन सत्र की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन से हुई और केंद्रीय हिन्दी निदेशालय के निदेशक डॉ शैलेश विड़ालिया ने किया।
बेंगलुरुः हिन्दी नवलेखन शिविर का आयोजन सेंट जोसेफ महाविद्यालय के स्वर्ण जयंती समारोह के परिप्रेक्ष्य में हिन्दी विभाग, सेंट जोसेफ वाणिज्य महाविद्यालय स्वायत्त , बेंगलुरु और केंद्रीय हिन्दी निदेशालय, नई दिल्ली के तत्वावधान में किया जा रहा है।
पत्रकारिता के क्षेत्र में आठ दिवसीय हिन्दी नवलेखन शिविर का आयोजन चल रहा है। 28 अप्रैल 2022 से शुरू हुए इस शिविर के उद्घाटन सत्र की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन से हुई और केंद्रीय हिन्दी निदेशालय के निदेशक डॉ शैलेश विड़ालिया ने किया। वह इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे।
शैलेश ने हिन्दी निदेशालय के विविध कार्यक्रम की जानकारी प्रदान की। हिन्दी विभाग के अध्यक्ष डॉ एंथेनी ओलिवर ने कार्यक्रम का श्रीगणेश सभी गणमान्य व्यक्त्यिों का स्वागत करते हुए किया। उद्घाटन सत्र में उपस्थित अतिथियों का स्वागत शॉल, अंगवस्त्र ओढ़ाकर और प्रशस्ति पत्र देकर किया गया।
पत्रकार लेखिका अनुभा जैन ने कहा कि आज 21वीं सदी में चाहे इलेक्ट्रॉनिक मीडिया या सोशल मीडिया आ गए हो पर प्रिंट मीडिया की तुलना नहीं की जा सकती। आज के समय में भी प्रिंट मीडिया की खबरों की विश्वसनीयता पर लोगों का गहरा विश्वास है। मीडिया को समाज का चौथा स्तंभ कहा जाता है।
आज व्यवसायीकरण और राजनीतिक व अन्य दबावों के चलते मीडिया उतनी विश्वसनीयता के साथ कार्य नहीं कर पा रहा है। जेसिका लाल मर्डर केस, वडोदरा बेस्ट बेकरी कांड, ट्रिपल तलाक बिल, मी टू मूवमेंट, निर्भया दिल्ली रेप केस, नैना साहनी तंदूर मर्डर केस मीडिया द्वारा उठाये कुछ ऐसे केसेज हैं, जिसमें मीडिया के इंवोल्वमेंट से सही तथ्य सामने आकर समाज के सामने सच्चाई का पर्दाफाश हुआ।