बुरे फंसे पूर्व सीएम अजीत जोगी और उनके विधायक पुत्र अमित, नौकर को आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज
By भाषा | Published: January 17, 2020 02:00 PM2020-01-17T14:00:25+5:302020-01-17T14:00:25+5:30
बिलासपुर जिले के पुलिस अधिकारियों ने आज यहां बताया कि छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के प्रमुख व मरवाही क्षेत्र के विधायक अजीत जोगी और उनके पुत्र अमित जोगी के खिलाफ सिविल लाइन थाना में गुरुवार देर रात नौकर को आत्महत्या के लिए उकसाने का अपराध दर्ज किया गया है।
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले की पुलिस ने पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी और उनके पुत्र अमित जोगी के खिलाफ नौकर को आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है।
बिलासपुर जिले के पुलिस अधिकारियों ने आज यहां बताया कि छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के प्रमुख व मरवाही क्षेत्र के विधायक अजीत जोगी और उनके पुत्र अमित जोगी के खिलाफ सिविल लाइन थाना में गुरुवार देर रात नौकर को आत्महत्या के लिए उकसाने का अपराध दर्ज किया गया है।
जोगी के बिलासपुर स्थित आवास मरवाही सदन में बुधवार को उनके एक कर्मचारी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि जोगी के निवास में आत्महत्या करने वाले संतोष कौशिक (30 वर्ष) के भाई कृष्ण कुमार कौशिक ने पुलिस थाने में लिखित शिकायत की थी कि उसके भाई पर चोरी का इल्जाम लगाया गया था और उसे प्रताड़ित किया जा रहा था, जिसके कारण उसने परेशान होकर आत्महत्या कर ली।
कृष्ण कुमार ने सीधे तौर पर अपने भाई की मौत के लिए जोगी पिता-पुत्र को जिम्मेदार ठहराया है। अग्रवाल ने बताया कि मृतक संतोष के भाई कृष्ण कुमार की शिकायत के आधार पर पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी और उनके पुत्र अमित जोगी के खिलाफ धारा 306,34 के तहत अपराध दर्ज कर लिया गया है।
पुलिस के अनुसार संतोष कौशिक बिलासपुर के कोनी थाना क्षेत्र के रमतला गांव का निवासी था और पिछले चार वर्षों से मरवाही सदन में घरेलू कार्य कर रहा था। संतोष ने जोगी निवास के परिसर में स्थित वाहनों के पार्किंग स्थल के करीब पोर्च में फांसी लगाई थी। घटना के समय एक होमगार्ड का जवान सहित कुल चार लोग बंगले में मौजूद थे। गुरूवार को दोपहर संतोष के गृहग्राम के पास सेंदरी क्षेत्र के मुख्य मार्ग पर उसके परिजनों और ग्रामीणों ने चक्का जाम किया था।
ग्रामीण, मृतक के परिजनों को मुआवजा देने और ख़ुदकुशी के लिए जिम्मेदार दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे। इधर अजीत जोगी के पुत्र तथा पूर्व विधायक अमित जोगी ने इसे राजनीतिक प्रतिशोध कहा है। जोगी ने एक बयान जारी कर कहा है कि पीड़ित परिवार के साथ उनकी पूरी सहानुभूति है।
जोगी परिवार का इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा है कि राजनीतिक प्रतिशोध से सत्ताधारी दल के इशारे पर देर रात उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है, इसलिए वह इस मामले की न्यायिक, मजिस्ट्रेट अथवा सीबीआई से जांच की मांग करते हैं। जोगी ने कहा है कि उनके लिए सभी न्यायिक विकल्प खुले हुए हैं।