आजम खान फंसे नये मामले में, रामपुर नगर पालिका की सफाई मशीन की चोरी के मामले में दर्ज हुआ केस
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: September 20, 2022 11:15 AM2022-09-20T11:15:36+5:302022-09-20T11:21:23+5:30
उत्तर प्रदेश के रामपुर में नगर पालिका ने समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम सहित चार अन्य के खिलाफ नगर पालिका की सफाई मशीन चोरी के मामले में केस दर्ज कराया है।
रामपुर: समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और रामपुर से विधायक आजम खान अब एक नये विवाद में फंसते नजर आ रहे हैं। रामपुर की नगर पालिका ने आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम के खिलाफ नगर पालिका की सफाई मशीन चोरी के मामले में केस दर्ज कराया है। जानकारी के मुताबिक इस संबंध में आजम खान, उनके बेटे सहित 4 अन्य लोगों को आरोपी बनाया गया है।
दरअसल आजम खान इस मामले में तब फंसे जब रविवार को रामपुर पुलिस ने आजम के बेटे अब्दुल्ला आजम के दो मित्रों सालिम और अनवार को जुआ खेलने के आरोप में गिरफ्तार किया। दोनों ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि आजम खान के बनाये जौहर यूनिवर्सिटी में जमीन के नीचे नगर पालिका की सफाई मशीनों को दफ्न किया गया है।
रामपुर के जौहर विश्वविद्यालय में जमीन के नीचे दबी हुई नगर पालिका की सफाई मशीन के संबंध में समाजवादी पार्टी के विधायक आज़म खान, उनके पुत्र अब्दुल्ला आज़म खान समेत 4 अन्य लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज़ की गई है।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 20, 2022
आजम खान यूनिवर्सिटी के फाउंडर-चांसलर हैं। https://t.co/THMyiBgsz3
जिसके बाद सीओ रामपुर संसार सिंह की अगुवाई में बहुत बड़ी फोर्स रामपुर के जौहर यूनिवर्सिटी पहुंचे और जेसीबी से आरोपियों के बताए जगह पर खुदाई की गई। जिसमें जमीन के नीचे दबी हुई नगर पालिका की सफाई मशीन बरामद हुई। बताया जा रहा है कि ये मशीने सपा सरकार के कार्यकाल में रामपुर की सफाई के लिए खरीदी गई थी, लेकिन इन सफाई मशीनों का इस्तेमाल रामपुर की सड़कों पर न होकर आजम खान की यूनिवर्सिटी में हो रहा था।
खबरों के मुताबिक करोड़ों की कीमत वाली इन मशीनों को अवैध तरीके से आजम खान के प्रभाव में नगर पालिका ने जौहर यूनिवर्सिटी को दे दी थी लेकिन नई सरकार के गठन के बाद रामपुर नगर पालिका का भी मिजाज बदला और जौहर यूनिवर्सिटी को भेजी गई मशीनों की पड़ताल शुरू हुई तो उन मशीनों को नष्ट करने के इरादे से कटवा कर कथित तौर पर मिट्टी के नीचे दबा दिया गया था।
मालूम हो कि जौहर यूनिवर्सिटी आजम खान के ड्रीम प्रॉजेक्ट रहा है। जिसे पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के कार्यकाल में बड़े ही धूमधाम से शुरू किया गया था। लेकिन जैसे ही साल 2017 में यूपी का निजाम बदला। आजम खान के इस ड्रीम प्रॉजेक्ट में कई तरह की खामियां सामने आईं और साथ में भारी वित्तिय अनियमितताओं के बारे में भी खुलासा हुआ। जिसेक बाद योगी सरकार ने सख्ती दिखाते हुए न केवल इस यूनिवर्सिटी पर ताला लगवा दिया बल्कि मामले में आजम खान को जेल भी जाना पड़ा था।