अयोध्या: राम मंदिर पर साजिद रशीदी का भड़काऊ बयान, मस्जिद को लेकर कही ये बात
By विनीत कुमार | Published: August 6, 2020 11:46 AM2020-08-06T11:46:59+5:302020-08-06T11:46:59+5:30
ऑल इंडिया इमाम असोसिएशन के प्रेसिडेंट साजिद रशीदी का भड़काऊ बयान अयोध्या में बुधवार को राम मंदिर के लिए हुए भूमि पूजन के बाद आया है। उन्होंने कहा है कि ये मस्जिद था और हमेशा रहेगा।
अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए रास्ता पिछले ही साल सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद साफ हो गया था। इसके बाद मंदिर निर्माण को लेकर भूमिपूजन का कार्यक्रम भी 5 अगस्त को हुआ जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिस्सा लिया। पीएम मोदी ने ही भूमिपूजन किया। इन सबके बीच ऑल इंडिया इमाम असोसिएशन के प्रेसिडेंट साजिद रशीदी ने भड़काऊ बयान दिया है।
साजिद रशीदी ने कहा है कि मंदिर को तोड़कर मस्जिद नहीं बनाया गया था लेकिन अब संभव है कि मंदिर को तोड़कर इसे बनाया जाए। न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार रशीदी ने कहा, 'इस्लाम कहता है कि मस्जिद हमेशा मस्जिद रहेगा। कुछ और बनाने के लिए इसे नहीं तोड़ा जा सकता है। हमें भरोसा है कि ये था और हमेशा मस्जिद रहेगा। मस्जिद को मंदिर तोड़कर नहीं बनाया गया था लेकिन अब लगता है कि मस्जिद बनाने के लिए मंदिर तोड़ा जाएगा।'
Islam says a mosque will always be a mosque. It can't be broken to build something else. We believe it was, and always will be a mosque. Mosque wasn't built after demolishing temple but now maybe temple will be demolished to build mosque: Sajid Rashidi, Pres, All India Imam Assn pic.twitter.com/DzlbYQ3qdm
— ANI (@ANI) August 6, 2020
इससे पहले कल असदुद्दीन ओवैसी का भी एक बयान सामने आया था। ओवैसी ने बुधवार की सुबह ट्वीट करते हुए लिखा, 'बाबरी मस्जिद थी, है और रहेगी इंशाल्लाह।' साथ ही साथ 'उन्होंने बाबरी जिन्दा है।'
साथ ही ओवैसी ने अयोध्या में राम मंदिर के भूमि पूजन कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अपनी आधिकारिक क्षमता में शामिल होने को गलत बताते हुए आरोप लगाया कि उन्होंने न सिर्फ मंदिर बल्कि ‘हिंदू राष्ट्र’ की भी नींव रखी। ओवैसी ने कहा कि यह दिन “स्वतंत्रता और समानता पर बहुसंख्यवाद” की जीत के तौर पर याद किया जाएगा।
ओवैसी ने कहा कि वह भावुक हैं क्योंकि जिस जगह आज भूमिपूजन हुआ वहां मुस्लिम कब्रिस्तान था। ओवैसी ने कहा, 'मैं भावुक हूं प्रधानमंत्री जी क्योंकि आपने संविधान की मूल संरचना को बनाए रखने के अपने संवैधानिक दायित्व को पूरी तरह से त्याग दिया है। मैं भावुक हूं भारत के प्रधानमंत्री जी क्योंकि आपने अपनी शपथ तोड़ी है कि आप संविधान की रक्षा करेंगे।'