देश भर में बंटेगा अयोध्या राममंदिर का प्रसाद, बन रहे हैं देसी घी के लाखों लड्डू
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: August 1, 2020 05:42 AM2020-08-01T05:42:54+5:302020-08-01T05:54:31+5:30
पीएम मोदी के साथ मंच पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास होंगे.
त्रियुग नारायण तिवारी।
अयोध्या में भगवान श्री राम के भव्य मंदिर निर्माण का प्रसाद देश के सभी तीर्थ स्थलों तक भेजा जाएगा. इसके लिए विंध्याचल के विशेष कारीगर 1 लाख 11 हजार देसी घी का लड्डू बना रहे हैं. 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूजा- अर्चना कर मंदिर की आधारशिला रखेंगे इसके बाद 111 थालों में सजाकर लड्डू का भोग लगाया जाएगा. विंध्याचल से आए विनोद कुमार ने कहा है कि एक दर्जन से अधिक कारीगर भोग बनाने में जुटे हैं. इन्हें स्टील के डिब्बे में पैक किया जा रहा है. अयोध्या में सभी मुख्य स्थानों को सजाया संवारा जा रहा है. मरम्मत और रंग-रोगन और सजाने का काम जारी है. जगह-जगह वॉल पेंटिंग के जरिये धार्मिक नगरी को सुंदर बनाया जा रहा है. शहर की सड़कों को चौड़ा किया जा रहा है. सरयू नदी के घाटों को साफ करने और सौंदर्यीकरण का काम भी तेजी से चल रहा है.
मोदी के साथ मंच पर होंगे 5 लोग
सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुबह 11 बजकर 15 पहुंचेंगे. वे सबसे पहले हनुमानगढ़ी जाएंगे. इसके बाद पीएम रामलला का दर्शन करेंगे, जिसके बाद भूमिपूजन का कार्यक्रम होगा. उनके साथ 5 लोग ही मंच पर रहेंगे. इनमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास शामिल है. प्रधानमंत्री दो घंटे से ज्यादा समय यहां पर रहेंगे. दोपहर 2 बजे अयोध्या से रवाना हो जाएंगे.
नींव में पंच रत्न
राममदिर की नींव में पंच रत्न- मूंगा, पन्ना, नीलम, माणिक्य और पुखराज के साथ ही बाबा विश्वनाथ को चढ़ाए हुए पांच रजत बेलपत्र, पांच चांदी के सिक्के डाले जाएंगे. चांदी के ये पांच सिक्के नंदा, जया, भद्रा, रिक्ता और पूर्णा के प्रतीक होंगे. ताम्र कलश में पांच निदयों का पवित्र जल भरा जाएगा, जिसका उपयोग अनुष्ठान के लिए किया जाएगा. पाताल लोक के मालिक और पृथ्वी को अपने फन पर धारण करने वाले शेषनाग की प्रतिकृति भी नींव में डाली जाएगी. शेष नाग की प्रतिकृति सोने की होगी. साथ ही चांदी के कच्छप की प्रतिकृति के साथ ही खर्व औषधि का भी इस्तेमाल भूमि पूजन में किया जाएगा.
सुरक्षा के लिए चाक- चौबंद
5 अगस्त के भूमि पूजन समारोह में प्रधानमंत्री के आगमन और आतंकी वारदात की सूचना पर अयोध्या में सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो चुकी हैं सभी धर्मशालाओं, होटलों, शादी घर सहित प्रमुख स्थलों पर नजर रखी जा रही है. पुलिस प्रमुख दीपक कुमार ने अयोध्या के कुछ प्रमुख स्थलों का खुद निरीक्षण किया. रुके लोगों के पहचान पत्र और उनके रुकने की वजह भी पूछी जा रही है कई प्रमुख स्थलों को डॉग स्क्वायड और सुरक्षा एजेंसियों ने जांच पड़ताल भी किया है. प्रधानमंत्री को जिस मार्ग से गुजरना है दोनों तरफ बैरिकेड और सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं.
अल्पसमुदाय भी प्रसन्न :
पूजन समारोह को लेकर अयोध्या धाम में रहने वाले कारोबारी अल्पसंख्यक समुदाय के लोग भी प्रसन्न हैं. उनका कहना है कि आए दिन होने वाला प्रतिबंध कर्फ्यू तथा बयानबाजी से उन्हें निजात मिली है. अब वह निश्चिंत होकर अपना कारोबार कर सकेंगे. मंदिर बन जाएगा तब कारोबार बढ़ेगा. अयोध्या के बाबू बाजार, रायगंज, सूट हटिया, कजियाना, मुगलपुरा में अल्पसंख्यक समुदाय के लोग रहते हैं और इनकी कुल आबादी लगभग 8000 के आसपास बताई जाती है. यहां 20 मस्जिदें हैं.
इनमें से अधिकांश लोग मंदिरों से संबंधित कारोबार करते हैं कुछ लोग फूल की खेती करके माला बनाकर अपना जीवन यापन करते हैं. खड़ाऊ, पुस्तक के लिए लकड़ी के स्टैंड और टीन के बक्से बनाने के काम से भी कई जुटे हैं. सभी को अपना व्यवसाय बढ़ाने का सुनहरा मौका मिल रहा है.