अयोध्‍या: धन्नीपुर मस्जिद के लिए आया पहला डोनेशन, लखनऊ के रोहित श्रीवास्‍तव ने दिया 21 हजार रुपये का चेक

By विनीत कुमार | Published: October 4, 2020 11:47 AM2020-10-04T11:47:55+5:302020-10-04T11:47:55+5:30

अयोध्या के धन्नीपुर में बनने वाली मस्जिद के लिए डोनेशन के तौर पर पहला चेक लखनऊ के रोहित श्रीवास्तव ने दिया। रोहित श्रीवास्तव ने 21 हजार रुपये का चेक इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन को सौंपा।

Ayodhya employee at Lucknow University, Rohit Srivastava donated Rs 21,000 for mosque | अयोध्‍या: धन्नीपुर मस्जिद के लिए आया पहला डोनेशन, लखनऊ के रोहित श्रीवास्‍तव ने दिया 21 हजार रुपये का चेक

अयोध्‍या: धन्नीपुपर मस्जिद के लिए मिला पहला डोनेशन (फोटो- एएनआई)

Highlightsअयोध्या के धन्नीपुर में बनने वाली मस्जिद के लिए आया पहला डोनेशनलखनऊ के रोहित श्रीवास्तव ने दिया 21 हजार रुपये का चेक, पांच एकड़ में बनाया जाना है मस्जिद

अयोध्या में राम मंदिर के लिए आधारशिला रखी जा चुकी है। इस बीच अयोध्या में ही पांच एकड़ में बनने वाली मस्जिद के लिए भी दान के रूप में पहला चेक आ चुका है। धन्‍नीपुर मस्जिद के लिए बनाई गई ट्रस्ट इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन को 21 हजार रुपये के दान का पहला चेक शनिवार को मिला। मस्जिद निर्माण के लिए इस ट्रस्ट को यूपी सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने बनाया है। 

ट्रस्ट के सचिव अतहर हुसैन ने बताया कि शनिवार को यह दान लखनऊ के रोहित श्रीवास्तव ने मस्जिद ट्रस्ट कार्यालय में जमा कराया है। रोहित श्रीवास्‍तव लखनऊ यूनिवर्सिटी की लॉ फैकल्‍टी में काम करते हैं। मस्जिद अयोध्या मुख्यालय से 18 किलोमीटर दूर ग्राम धन्नीपुर, तहसील सोहावल रौनाही थाने के दो सौ मीटर के पीछे पांच एकड़ जमीन पर बनाया जाना है।


सुप्रीम कोर्ट ने गत नौ नवंबर को अपने ऐतिहासिक निर्णय में अयोध्या के विवादित स्थल पर राम मंदिर निर्माण करने और मुस्लिम पक्ष को अयोध्या में ही पांच एकड़ जमीन मस्जिद निर्माण के लिये देने का आदेश दिया था।

परंपरागत स्वरूप से हटकर होगी धन्नीपुर मस्जिद

योजना के अनुसार धन्नीपुर गांव में 15,000 वर्ग फिट की मस्जिद बनाई जाएगी। यह रकबा बिल्कुल बाबरी मस्जिद के बराबर ही होगा। इस मस्जिद का आकार बाकी मस्जिदों से बिल्कुल अलग होगा। यह मक्का में स्थित काबा शरीफ की तरह चौकोर हो सकता है। 

ट्रस्ट ने ये भी तय किया है कि धन्नीपुर में बनने वाली मस्जिद का नाम बाबरी मस्जिद नहीं होगी यहां तक कि यह किसी भी अन्य बादशाह या राजा के नाम पर भी नहीं होगी। उनकी निजी राय है कि मस्जिद का नाम धन्नीपुर मस्जिद रखा जाए।

इंडो इस्लामिक कल्चरल ट्रस्ट ने अपना एक पोर्टल तैयार किया है जिसके जरिए लोग मस्जिद, संग्रहालय, अस्पताल और रिसर्च सेंटर के लिए चंदा दे सकेंगे। इसके अलावा पोर्टल पर राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर के इस्लामी विद्वानों से लेखों और विचारों के रूप में योगदान लिया जाएगा।

Web Title: Ayodhya employee at Lucknow University, Rohit Srivastava donated Rs 21,000 for mosque

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