अयोध्या विवाद: सुन्नी वक्फ बोर्ड के वकील की सुप्रीम कोर्ट में दलील 'मस्जिद मजाक के लिए नहीं बनी'
By धीरज पाल | Published: July 6, 2018 03:43 PM2018-07-06T15:43:34+5:302018-07-06T15:43:34+5:30
सुप्रीम कोर्ट में अयोद्धा मामले पर शुक्रवार को सुनवाई के दौरान वरिष्ठ वकील राजीव धवन ने तीन जजों की बेंच के सामने सुन्नी वक्फ बोर्ड की ओर से दलील पेश की। वरिष्ठ वकील राजीव धवन ने जिरह के दौरान दलील देते हुए कहा कि, इस्लाम में नमाज कहीं भी अदा की जा सकती है, लेकिन मस्जिद मजाक के लिए नहीं बनाई गई है। हजारों लोग मस्जिद में नमाज अदा करते हैं।
नई दिल्ली, 6 जुलाई: सुप्रीम कोर्ट में अयोद्धा मामले पर शुक्रवार को सुनवाई के दौरान वरिष्ठ वकील राजीव धवन ने तीन जजों की बेंच के सामने सुन्नी वक्फ बोर्ड की ओर से दलील पेश की। वरिष्ठ वकील राजीव धवन ने जिरह के दौरान दलील देते हुए कहा कि, इस्लाम में नमाज कहीं भी अदा की जा सकती है, लेकिन मस्जिद मजाक के लिए नहीं बनाई गई है। हजारों लोग मस्जिद में नमाज अदा करते हैं।
उन्होंने अपनी दलील में इसके बाद कहा कि, ये हजारों लोगों की आस्था से जुड़ा सवाल हैं। हजारों लोग हर रोज मस्जिद में नमाज अदा करते हैं, क्या ये उनकी नमाज अदा करने का जरूरी हिस्सा नहीं है? दअसल, अयोद्धा मामले को लेकर शुक्रवार 6 जुलाई से सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई शुरू हुई है।
Ayodhya matter: Senior Counsel Rajeev Dhawan told the three-judge bench of the Supreme Court 'Mosques are not built for fun. Hundreds congregate there to offer prayers, are they not an essential part of practice?'
— ANI (@ANI) July 6, 2018
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में एक बार फिर से बाबरी मस्जिद विवाद पर सुनवाई शुरू हो गई है। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने गर्मी की छुट्टियों के बाद इस मामले पर दोबारा से सुनवाई करन का फैसला किया था। जिसके बाद आज से दोबारा शुरू हुई है। इस दौरान सुन्नी वक्फ बोर्ड की ओर से वरिष्ठ वकील राजीव धवन ने तीन जजों की बेंच के सामने दलील दी।
Supreme Court fixes July 13 as the next date of hearing in Ayodhya Land dispute case. pic.twitter.com/NbYiMurLym
— ANI (@ANI) July 6, 2018
बता दें कि अयोद्धा भूमि विवाद पर सुप्रीम कोर्ट अगली सुनवाई 13 जुलाई को करेगा।