अयोध्या विवाद: मध्यस्थता पर श्री श्री रविशंकर ने ओवैसी के बयान को किया खारिज
By भाषा | Published: March 10, 2019 04:04 AM2019-03-10T04:04:37+5:302019-03-10T04:05:34+5:30
इससे पहले श्री श्री रविशंकर को मध्यस्थ नियुक्त करने पर AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने सवाल उठाए थें।
आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रवि शंकर ने अयोध्या मामले में मध्यस्थ के तौर पर उनकी भूमिका को लेकर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की ओर से संदेह वाली टिप्पणी को खारिज कर दिया । उन्होंने कहा कि लोग जैसा बोलना चाहें, बोलते रहेंगे। अयोध्या में राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद पर उच्चतम न्यायालय द्वारा नियुक्त तीन सदस्यीय समिति में अध्यात्मिक नेता भी हैं।
ओवैसी ने हैदराबाद में संवाददाताओं से कहा था, ‘‘रविशंकर ने अयोध्या मुद्दे पर चार नवम्बर 2018 को विवादास्पद बयान दिया था और धमकी दी थी कि विवादित जमीन पर अगर मुस्लिमों ने अपना दावा नहीं छोड़ा तो भारत, सीरिया की तरह हो जाएगा।’’ ओवैसी ने शुक्रवार को कहा था कि रविशंकर ‘‘निष्पक्ष व्यक्ति नहीं’’ हैं।
शुक्रवार को उत्तराखंड के दौरे पर आए आध्यात्मिक गुरु ने पंजाब एवं हरियाणा में मादक द्रव्य के इस्तेमाल के खिलाफ अपने आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन की सफलता और पहाड़ी राज्य में इसी तरह के कार्य की योजना पर बात की ।
इससे पहले श्री श्री रविशंकर को मध्यस्थ नियुक्त करने पर AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने सवाल उठाए थें। ओवैसी ने कहा है कि श्री श्री रविशंकर जिन्हें मध्यस्थ नियुक्त किया गया है, उन्होंने पहले कहा था कि 'अगर अयोध्या में मुसलमान अपना दावा नहीं छोड़ते हैं, तो भारत सीरिया बन जाएगा।' बेहतर होता अगर सुप्रीम कोर्ट ने किसी निष्पक्ष व्यक्ति को मध्यस्थ नियुक्त किया होता।