अयोध्या मामलाः राम की नगरी में आने वाले की संख्या बढ़ी, ‘रामशिला’ के आगे सेल्फी क्रेज तेज
By भाषा | Published: November 14, 2019 04:01 PM2019-11-14T16:01:40+5:302019-11-14T16:01:40+5:30
विश्व हिंदू परिषद के प्रवक्ता शरद शर्मा ने कहा कि उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद मंदिर की कार्यशाला में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या तेजी से बढ़ी है।
बिहार के रोहतास जिले का शिवम कुमार ‘जय श्री राम’ छपा पीला कुर्ता पहनकर और माथे पर तिलक लगाकर अयोध्या दर्शन करने आया है और यह किशोर राम मंदिर की कार्यशाला में दान के लिए अपने थैले में कुछ ईंटें भी लाया है।
उच्चतम न्यायालय ने नौ नवंबर को अयोध्या मामले में महत्वपूर्ण फैसला सुनाया जिसके बाद अयोध्या आने वाले शिवम जैसे राम भक्तों की संख्या बढ़ गयी है। उसने कहा, ‘‘मैं अयोध्या आने के लिए बहुत उत्साहित था और मैंने अपने दो दोस्तों के साथ राम की नगरी में आने और मंदिर के लिए मेरा योगदान देने का फैसला किया।’’
सोलह साल के किशोर के साथ ही लाखों ऐसे लोग हैं जो मंगलवार को ‘कार्तिक पूर्णिमा’ पर सरयू नदी में स्नान के लिए यहां जमा हुए थे। रोहतास जिले के डेहरी ऑन सोन का रहने वाला शिवम विज्ञान विषय में स्नातक की पढ़ाई कर रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘यह अयोध्या की मेरी पहली यात्रा है। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं इतनी जल्दी यहां आऊंगा।’’ विश्व हिंदू परिषद के प्रवक्ता शरद शर्मा ने कहा कि उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद मंदिर की कार्यशाला में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या तेजी से बढ़ी है।
उन्होंने कहा, ‘‘शनिवार रात को बड़ी संख्या में लोग कार्यशाला में आए और पिछले कुछ दिन में यह संख्या बढ़ गयी है। आमतौर पर रोजाना कार्यशाला में करीब 1000 लोग आते हैं। अब यह संख्या बढ़कर 5000 हो गयी है। कारसेवकपुरम की कार्यशाला पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गयी है।’’
सुदूर गुजरात से लेकर उत्तर प्रदेश के अन्य शहरों से यहां पहली बार आने वाले भी बड़ी संख्या में हैं। मुरादाबाद से आए 20 साल के केपी यादव को विहिप द्वारा रखी गयी ‘रामशिला’ के आगे सेल्फी लेते हुए देखा गया। उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ से आए गौरव वैश्य (16) और जाह्नवी वैश्य (14) पहली बार अपने माता-पिता के साथ अयोध्या आए हैं।
उनके पिता राकेश कुमार ने कहा कि कार्तिक पूर्णिमा स्नान के लिए उनका परिवार अयोध्या आया था लेकिन इसी बीच उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद उनकी यह यात्रा और खास हो गयी।