नीतीश कुमार की तारीफ करने पर मिली सजा, स्वर्ण मंदिर में साफ किए बर्तन और जूते
By बलवंत तक्षक | Published: January 31, 2019 10:01 AM2019-01-31T10:01:12+5:302019-01-31T10:01:12+5:30
अकाल तख्त की तरफ से तलब किए जाने पर जब हित से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा था की इसमें कौन सी नई बात हो गई है? बाद में उन्हें बर्तन और जूते साफ करने की धार्मिक सजा सुनाई गई थी।
बलवंत तक्षक, चंडीगढ़, 30 जनवरी: तख्त श्री पटना साहिब प्रबंधक कमेटी के प्रधान अवतार सिंह हित ने श्री अकाल तख्त साहिब की ओर से लगाई गई सेवा के तहत अमृतसर स्वर्ण मंदिर में जूते और बर्तन साफ किए। इससे पहले उन्होंने श्री दरबार साहिब में करीब डेढ़ घंटे तक गुरबाणी श्रवण की।
हित को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रशंसा में बोले गए शब्दों के लिए दोषी मानते हुए श्री अकाल तख्त साहिब की ओर से धार्मिक सजा सुनाई गई थी। नीतीश की प्रशंसा में हित ने उन शब्दों का इस्तेमाल किया गया था, जो गुरु साहिबान के लिए ही इस्तेमाल किए जाते रहे हैं। बिहार के मुख्यमंत्री ने 11 जनवरी को शीतल कुंड में बनने वाली इमारत का शिलान्यास किया था।
इस मौके पर हित ने 'निमाणेयां दे माण-निताणेयां दे ताण' शब्दों का प्रयोग कर नीतीश की प्रशंसा की थी। गुरु साहिब के लिए प्रयोग होने वाले इन शब्दों के इस्तेमाल पर हित को अकाल तख्त पर तलब किया गया था।
अकाल तख्त की तरफ से तलब किए जाने पर जब हित से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा था की इसमें कौन सी नई बात हो गई है? बाद में उन्हें बर्तन और जूते साफ करने की धार्मिक सजा सुनाई गई थी।