65 सालों बाद नियति ने तोड़ दी अटल-आडवाणी की जोड़ी, 'लौहपुरुष' ने इन शब्दों में बयाँ किया दर्द
By भाषा | Published: August 16, 2018 08:17 PM2018-08-16T20:17:49+5:302018-08-16T20:40:12+5:30
L K Advani on Atal Bihari Vajpayee death: अटल बिहारी वाजपेयी का 25 दिसंबर 1924 को ग्वालियर में जन्म हुआ था। वो पहली बार 1957 में पहली बार सांसद बने थे। अटल बिहारी वाजपेयी 1996 में पहली बार देश के प्रधानमंत्री बने।
नयी दिल्ली, 16 अगस्त (भाषा) भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी ने आज पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को देश के सबसे बड़े राजनेताओं में एक बताया और कहा कि 65 वर्षों के अपने घनिष्ठतम मित्र की बहुत याद आएगी।
आडवाणी ने अपने शोक संदेश में कहा कि वाजपेयी के शानदार नेतृत्व कौशल, वाक कला, देशभक्ति और इन सबसे ऊपर दया, मानवीयता जैसे उनके गुण और विचारधारा में मतभेद के बावजूद विरोधियों का दिल जीतने की कला का मेरे ऊपर गहरा असर रहा।
उन्होंने कहा, ‘‘आरएसएस के प्रचारक से लेकर भारतीय जनसंघ के बनने तक, आपातकाल के दौरान के काले महीनों से लेकर जनता पार्टी के गठन तक और बाद में 1980 में भारतीय जनता पार्टी के उभरने के दौरान उनके साथ लंबे जुड़ाव की यादें हमारे साथ रहेंगी।’’
आडवाणी ने कहा कि गहरा दुख और उदासी व्यक्त करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘अटल जी को केंद्र में गैर कांग्रेसी गठबंधन सरकार को स्थायित्व देने में उनकी भूमिका से लेकर छह वर्षों तक उनके साथ उपप्रधानमंत्री के तौर पर काम करने के दिनों के लिए उन्हें याद करूंगा। मेरे वरिष्ठ के रूप में उन्होंने हर तरीके से हमेशा मुझे प्रोत्साहित किया और मेरा मार्गदर्शन किया।’’
वाजपेयी सरकार में उप प्रधानमंत्री रहे आडवाणी ने कहा कि वह उनकी कमी महसूस करेंगे।
अटल बिहारी वाजपेयी का 25 दिसंबर 1924 को ग्वालियर में जन्म हुआ था। वो पहली बार 1957 में पहली बार सांसद बने थे। अटल बिहारी वाजपेयी 1996 में पहली बार देश के प्रधानमंत्री बने।
अटल बिहारी 1998 में दूसरी बार और 1999 में तीसरी बार देश के पीएम बने। अटल बिहारी वाजपेयी ने साल 2005 में सक्रिय राजनीति से संन्यास ले लिया। उन्हें 2015 में भारत के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से सम्नानित किया गया।