'आपन बिहार के बिटियां केहु से कम बाऽडी सऽन का', चुनावी साल में सक्रिय हुए लालू यादव ने बिहार की बहादुर बिटिया को किया भोजपुरिया अंदाज में सलाम
By एस पी सिन्हा | Published: May 25, 2020 02:47 PM2020-05-25T14:47:49+5:302020-05-25T14:47:49+5:30
बिहार के दरभंगा की उस जाबांज बेटी की आज पूरी दुनिया में वाहवाही हो रही है, जिसने कोरोनाबन्दी के बीच अपने बीमार पिता को साइकिल पर बिठाकर 1200 किलोमीटर का कठिन सफर तय किया.
पटना: चुनावी साल में राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव राजनीतिक रोटी सेंकने का कोई मौका गंवाना नही चाह रहे हैं, खासकर इस कोरोना काल में. वैसे हर दल आप्रवासी मजदूरों को अपनी ओर खिंचकर अपने वोट बैंक को मजबूत करने के प्रयास में जुट गये हैं. इसी कड़ी में लालू प्रसाद यादव ने बिहार की बहादुर बिटिया को भोजपुरिया अंदाज में सलाम किया है.
उन्होंने बिहार की बेटियों का मान-सम्मान गुरुग्राम से अपने बीमार पिता को साइकिल पर बिठा कर 1200 किलोमीटर की दूरी तक करने वाली ज्योति की बहादुरी से जोड़ दिया है.
यही नही लालू प्रसाद यादव ने अपने ट्वीट पर पूर्व मुख्यमंत्री राबडी देवी और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के उस वीडियो को भी ट्वीट किया है. जिसमें वे ज्योति के परिवार वालों का हाथ जोड़ कर अभिवादन करती दिख रही हैं.
लालू यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि 'आपन बिहार के बिटियां केहु से कम बाऽडी सऽन का.' लालू ने बिल्कुल ठेठ भोजपुरिया अंदाज में लिखते हुए बिहार की बेटियों का गुणगान किया है. उन्होंने इस भोजपुरिया डॉयलॉग से आमिर के फिल्म दंगल की याद ताजा करा दी जिसमें आमिर कहते दिख रहे हैं कि 'पहलवानी तो छोरे करे हैं, तो म्हारी छोरिया छोरों से कम हैं के.'
दरअसल, लालू प्रसाद यादव ने इसमें राबडी देवी और तेजस्वी यादव के इस वीडियो पर कमेंट करते हुए ये लिखा है, जिसमें राबडी देवी बिहार की बहादुर बिटिया ज्योति से बात करती दिख रही हैं. इसमें राबडी देवी ज्योति के परिवार वालों को बधाई देते हुए ज्योति की बहादुरी की खूब तारीफ कर रही हैं. राबडी देवी ने इस वीडियो को ट्वीट करते हुए हैं लिखा कि 'बिहार की 15 वर्षीय बहादुर बेटी ज्योति से बात कर उसके फौलादी इरादों, साहसी विचारों और पिता की सेवाभावना को सराहा. 15 साल की बेटी द्वारा बीमार पिता को साइकल पर बैठा 7 दिन में 1200 किलोमीटर दूरी तय करना मामूली काम नहीं. उससे बात करने की हार्दिक इच्छा थी.' राबडी देवी ने ज्योति कुमारी की मदद के साथ-साथ उसकी पढाई, शादी और पिता की नौकरी का भी प्रबंध करने का भरोसा दिलाया है.
यहां बता दें कि बिहार के दरभंगा की उस जाबांज बेटी की आज पूरी दुनिया में वाहवाही हो रही है, जिसने कोरोनाबन्दी के बीच अपने बीमार पिता को साइकिल पर बिठाकर 1200 किलोमीटर का कठिन सफर तय किया. दुनियाभर में एक मिसाल कायम करने वाली दरभंगा की एक बेटी की मदद के लिए अब हर तरफ से हाथ उठने लगे हैं. खासकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बेटी इंवाका ट्रंप ने जब से ज्योति की तारीफ की है तब से हर तरफ ज्योति की ही चर्चा है.