असम: भयंकर तूफान-बिजली में मार्च अंत से लेकर अब तक 20 लोगों की हुई मौत, 22 जिलों के 95,239 लोग काफी प्रभावित, 3,011 घर पूरी तरह हुए तबाह
By आजाद खान | Published: April 18, 2022 09:34 AM2022-04-18T09:34:48+5:302022-04-18T10:30:44+5:30
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक, इन घटनाओं में राज्य के 22 जिलों के 1,410 गांवों के कुल 95,239 लोग प्रभावित हुए हैं।
दिसपुर: असम में भयंकर तूफान और बिजली के गिरने के कई घटनाओं में अब तक 20 लोगों की जान चली गई है। यह आंकड़ा मार्च के अंत से लेकर अब तक का है। इस पर जानकारी देते हुए असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जीडी त्रिपाठी ने बताया कि राज्यभर में ऐसी घटनाओं से कुल 95,239 लोग प्रभावित हुए हैं। उनके अनुसार, 14 अप्रैल से लेकर अब तक राज्य के 22 जिलों के 1,410 गांवों में फैले 80 राजस्व मंडलों में तूफान और बिजली गिरने की अलग-अलग घटनाएं सामने आई है। इन घटनाओं में बहुत से जान और माल का भी नुकसान हुआ है। जीडी त्रिपाठी ने यह भी बताया कि इस महीने 19 मौतें हुई है वहीं अगर पिछले महीने मार्च की बात करे तो उसके अंत में एक मौत की घटना सामने आई थी।
Assam: 20 killed due to storms, lightning strikes
— ANI Digital (@ani_digital) April 18, 2022
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3 हजार मकानों को पहुंचा नुकसान
आपको बता दें कि राज्य में गर्मियों के मौसम में आंधी तूफान के साथ होने वाली बारिश को ‘बोर्डोइसिला’ कहा जाता है। बताया जा रहा है कि राज्य में कथित तौर पर, 3,011 घरों को काफी नुकसान हुआ है। जो घर पूरे तरीके से नुकसान हुए है उनमें कच्चा घर 2974 है और पक्का घर की संख्या 37 बताई जा रही है। वहीं जो घर थोड़े बर्बाद हुए हैं उनमें 17713 कच्चे घर हैं और 1543 पक्के घर बताए जा रहे हैं। इन खबरों के साथ जिलों से कुल 1,333 हेक्टेयर फसल के नुकसान होने की भी बात सामने आ रही है।
अब तक उठाए गए कदम
सरकार ने नुकसान का आकलन लगाने के लिए सर्कल स्तरीय टास्क फोर्स का गठन किया है जो क्षति की जांच कर जल्द से जल्द वित्तीय सहायता पहुंचाने का काम करेगा। यही नहीं प्रभावित इलाकों में आपदा प्रतिक्रिया (आपदा मित्र) को भी भेजा गया है जो तीरपाल और ग्रैच्युटियस राहत सामग्री पहुंचाने का काम कर रहे है। राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) और अग्निशमन और ईएस की टीमों को भी प्रभावित इलाकों में भेजा गया है ताकि रास्तों को जल्द से जल्द साफ किया जा सके। प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) के जरिए भी जल्द ही वित्तीय सहायता पहुंचाने की बात की गई है।