VIDEO:हिंसक विरोध के बीच असम के CM ने कहा-"हम वास्तविक भारतीयों के अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं"
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 15, 2019 09:41 AM2019-12-15T09:41:49+5:302019-12-15T09:42:47+5:30
सोनोवाल ने कहा कि मैं समाज के सभी वर्गों से आह्वान करता हूं कि वे असमाजिक तत्वों का विरोध करें। यह लोग समाज को गुमराह कर रहे हैं और हिंसा में लिप्त हैं और साथ में असम की विकास यात्रा जारी रखते हैं।
नागरिकता कानून बनने के बाद असम में जारी हिंसक विरोध के बीच असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने वीडियो जारी किया है। इस वीडियो के जरिए उन्होंने कहा कि मैं समाज के सभी वर्गों से आह्वान करता हूं कि वे असमाजिक तत्वों का विरोध करें। यह लोग समाज को गुमराह कर रहे हैं और हिंसा में लिप्त हैं और साथ में असम की विकास यात्रा जारी रखते हैं। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि हम वास्तविक भारतीय के अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं।
We are committed to protect all genuine Indian citizens and the rights of the people of Assam.
— Sarbananda Sonowal (@sarbanandsonwal) December 15, 2019
I call upon all sections of the society to thwart the elements who are misleading the people on #CAA & indulging in violence and together continue the growth journey of Assam. pic.twitter.com/RTGeWO2QCI
आपको बता दें कि असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल की अगुवाई में एक टीम नागरिकता (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ राज्य में चल रहे विरोध प्रदर्शन पर चर्चा करने के लिए शीघ्र ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मिलेगी।
असम के संसदीय कार्य मंत्री चंद्रमोहन पटवारी ने शनिवार को बताया कि स्थिति के बारे में प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री को बताने का फैसला यहां भाजपा विधायकों और सांसदों की एक बैठक में किया गया है। पटवारी ने एक बयान में कहा कि टीम राज्य की वर्तमान स्थिति के बारे में बताने के जल्द ही दोनों नेताओं से मिलेगी।
उन्होंने कहा, ‘‘ आज की बैठक में लोगों से शांति एवं व्यवस्था बनाये रखने की अपील की गयी।’’ सोनोवाल ने ट्वीट किया कि बैठक में उन्होंने बैठक में अपने मंत्रिमंडलीय सहयोगियों, केंद्रीय मंत्री श्री रामेश्वर तेली और सांसदों, विधायकों, असम भाजपा के अध्यक्ष रंजीत कुमार दास असम की वर्तमान स्थिति के बारे में चर्चा की।
असम अपने इतिहास में जनता के भीषणतम हिंसक प्रदर्शनों में से एक से गुजर रहा है। वहां तीन रेलवे स्टेशनों,एक डाकघर, एक बैंक, एक बैंक टर्मिनस, दुकानों, दर्जनों वाहन और कई अन्य सरकारी संपत्तियां को जला दिया गया या उनमें तोड़फोड़ की गयी।