असम और मिजोरम ने सीमा पर संघर्ष को लेकर वार्ता की, लोगों के बीच विश्वास बहाली पर दिया जोर
By भाषा | Published: October 20, 2020 06:58 AM2020-10-20T06:58:45+5:302020-10-20T06:58:45+5:30
असम सरकार ने एक बयान में बताया है कि दोनों पक्षों ने अंतरराज्यीय सीमा पर शांति सुनिश्चित करने का संकल्प लिया। अधिकारियों ने सीमा पर शांति कायम करने के लिए विश्वास बहाली के कदम उठाने का फैसला किया।
सिलचर: असम और मिजोरम के अधिकारियों ने कछार जिले के लैलापुर में सोमवार को वार्ता की। इसके नजदीक ही अंतरराज्यीय सीमा है जहां हिंसक संघर्ष में कई लोग जख्मी हो गए थे। अधिकारियों ने बताया कि कछार के पुलिस अधीक्षक भंवरलाल मीणा ने वार्ता में असम के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया जबकि मिजोरम के दल की अगुवाई कोलासिब के पुलिस प्रमुख वनलालफाका राल्ते ने की।
असम सरकार ने एक बयान में बताया है कि दोनों पक्षों ने अंतरराज्यीय सीमा पर शांति सुनिश्चित करने का संकल्प लिया। अधिकारियों ने सीमा पर शांति कायम करने के लिए विश्वास बहाली के कदम उठाने का फैसला किया। इसके अलावा फंसे हुए ट्रकों की आवाजाही और उन्हें एक जगह से दूसरी जगह तक सुरक्षा देने के लिए कदम उठाने का भी फैसला किया। असम सरकार के अधिकारियों ने बताया कि देर शाम तक ट्रकों की आवाजाही सुचारू रूप से सुनिश्चित करने के लिए कोशिश जारी थीं।
मिजोरम में गृह विभाग में अतिरिक्त सचिव रामदिनलियानी ने कहा कि राज्य के मुख्य सचिव लालनुमाविया चुऔंगो ने सेंट्रल मिजो एसोसिएशन (सीवाईएमए) और छात्र संगठनों के साथ दोपहर में बैठक की थी और उनसे कहा था कि वे राज्य के बाहर से आने वाले ट्रकों और उनके चालकों की सुरक्षा का आश्वासन दें। इसके बाद सीवाईएमए और अन्य छात्र संगठनों एमजेडपी और एमएसयू ने एक बयान जारी कर ट्रक चालकों को मिजोरम में सुरक्षा का आश्वासन दिया। अधिकारियों ने बताया कि क्षेत्र में किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। उन्होंने बताया कि शनिवार रात दोनों राज्यों के लोगों के बीच हिंसक झड़प हो गई थी।