मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुर्जर नेताओं को बातचीत का न्योता दिया, आगजनी को बताया दुर्भाग्यपूर्ण
By भाषा | Published: February 10, 2019 07:50 PM2019-02-10T19:50:01+5:302019-02-10T19:53:29+5:30
दिल्ली से यहां लौटे गहलोत ने हवाई अड्डे पर पत्रकारों से कहा, “वार्ता के लिए सरकार के द्वार खुले हैं। मंत्रियों की समिति बना दी गयी है। मैं समझता हूं कि उनको खुद को आगे आकर बातचीत का सिलसिला शुरू करना चाहिए।
गुर्जरों के आरक्षण आंदोलन के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को कहा कि सरकार के स्तर पर बातचीत के द्वार खुले हैं और आंदोलनकारियों को बातचीत के लिए आगे आना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने धौलपुर में आगजनी की घटना की निंदा की।
दिल्ली से यहां लौटे गहलोत ने हवाई अड्डे पर पत्रकारों से कहा, “वार्ता के लिए सरकार के द्वार खुले हैं। मंत्रियों की समिति बना दी गयी है। मैं समझता हूं कि उनको खुद को आगे आकर बातचीत का सिलसिला शुरू करना चाहिए क्योंकि पहले भी संवाद हुए तो बात आगे बढ़ी तो कुछ अच्छे फैसले इनके पक्ष में हुए थे।’’
Rajasthan: A clash broke out between police and protesters at Dholpur Highway today where the latter had blocked the road and set vehicles ablaze. The protesters were supporting the ongoing reservation movement by Gujjar community. pic.twitter.com/bq8U2JBCpe
— ANI (@ANI) February 10, 2019
गहलोत ने कहा,“आंदोलन करना अलग बात है लेकिन रेल पटरियों पर बैठना मैं समझता हूं कि कानूनी रूप से ठीक नहीं है।’’
गहलोत ने धौलपुर जिले में पुलिस के कुछ वाहनों को आग लगाए जाने की घटना की निंदा की। उन्होंने कहा, “आज धौलपुर में जो कुछ भी हुआ उसमें असामाजिक तत्व भी शामिल हो गए। खाली गुर्जर समाज की बात नहीं थी। स्थानीय प्रशासन देखेगा कि इसमें कौन-कौन लोग शामिल थे, किस प्रकार यह घटना घटित हुई और क्यों हुई।”
गहलोत ने कहा, “गुर्जर नेता किरोड़ी सिंह बैंसला खुद कह रहे हैं कि शांति बनाए रखें तो उनके समर्थकों व समाज के लोगों को उनकी बात माननी चाहिए। जिस प्रकार से तनाव पैदा किया गया, जिस प्रकार आगजनी की गयी उसे उचित नहीं कहा जा सकता। मुझे विश्वास है कि बैंसला व उनकी टीम जल्द ही आगे आएगी और सरकार के साथ बातचीत शुरू होगी।’’