मोदी सरकार CAA कानून भी लेगी वापस? कृषि कानूनों पर सरकार के बैकफुट के बाद ओवैसी ने कही बड़ी बात
By विनीत कुमार | Published: November 19, 2021 02:04 PM2021-11-19T14:04:37+5:302021-11-19T14:04:37+5:30
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि सरकार नागरिकता संशोधन कानून (CAA) का कानून भी जल्द वापस लेगी। साथ ही ओवैसी ने कहा कि सरकार को आगामी चुनाव में अपनी हार नजर आने लगी थी, इसलिए कृषि कानूनों को वापस लेने का फैसला किया।
नई दिल्ली: कृषि कानूनों को वापस लिए जाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऐलान के बाद AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि सरकार नागरिकता संशोधन कानून (CAA) का कानून भी वापस लेगी। साथ ही ओवैसी ने कहा कि जनता जब विरोध के लिए सड़कों पर उतरती है तो केंद्र सरकार उससे डरती है।
ओवैसी ने कहा कि सरकार ने कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान किया है पर ये फैसला देरी से लिया गया है। ओवैसी ने कहा कि इनको (भाजपा) आने वाले विधानसभा चुनाव में अपनी हार नजर आ गई है और अपने आप सहित पार्टी को बचाने के लिए ये फैसला लिया गया है।
ओवैसी ने कहा, 'सरकार ने कृषि क़ानूनों को रद्द करने का फ़ैसला देरी से लिया है। यह किसान आंदोलन और किसानों की सफलता है। चुनाव में जाना था इसलिए केंद्र सरकार ने यह फ़ैसला लिया है। वह दिन भी दूर नहीं है, जब मोदी सरकार CAA का कानून भी वापस लेगी।'
700 किसानों की चली गई आंदोलन में जान
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार ओवैसी ने कहा, 'पहले दिन से विपक्ष कह रहा था कि तीनों कृषि कानून असंवैधानिक हैं। मोदी सरकार को कोई संवैधानिक हक नहीं है कि वे ऐसा कानून बनाएं। मोदी के इगो के लिए बस ये कानून बनाए गए थे। इस काले कानून की वजह से 700 किसानों को अपनी जान गंवानी पड़ी।'
From day 1,Oppn had been saying that 3 #FarmLaws are unconstitutional. Modi Govt had no constitutional right to make such laws. These laws were formed only for the satisfaction of Modi's ego.Due to these black laws 700 farmers had to lose their lives: AIMIM chief Asaduddin Owaisi pic.twitter.com/KeBRbOAC7y
— ANI (@ANI) November 19, 2021
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार सुबह देश के नाम संबोधन में तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने की घोषणा की। मोदी ने शुक्रवार को घोषणा की कि सरकार ने तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने का फैसला किया है और उन्होंने प्रदर्शनकारी किसानों से घर लौटने की भी अपील की। किसान इन कानूनों के खिलाफ पिछले करीब एक साल से प्रदर्शन कर रहे हैं।
पीएम मोदी ने कहा, 'मैं आज देशवासियों से क्षमा मांगते हुए सच्चे मन से और पवित्र हृदय से कहना चाहता हूं कि शायद हमारी तपस्या में ही कोई कमी रही होगी, जिसके कारण दिये के प्रकाश जैसा सत्य कुछ किसान भाइयों को हम समझा नहीं पाए हैं।'