'ताजमहल नहीं बनता तो पेट्रोल 40 रुपये में मिलता, महंगाई-बेरोजगारी के लिए मुगल जिम्मेदार', ओवैसी का मोदी सरकार पर तंज
By विनीत कुमार | Published: July 5, 2022 11:15 AM2022-07-05T11:15:01+5:302022-07-05T11:18:24+5:30
असदुद्दीन ओवैसी ने नरेंद्र मोदी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि आज भारत में बेरोजगारी और महंगाई के लिए मुगल जिम्मेदार हैं। ओवैसी ने साथ ही कहा कि अगर ताजमहल नहीं बनता तो पेट्रोल आज भारत में 40 रुपये लीटर मिलता।
नई दिल्ली: केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर लगातार हमलावर रहने वाले ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) पार्टी के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने एक बार फिर केंद्र पर निशाना साधा है। ओवैसी ने तंज कसते हुए कहा है कि देश में महंगाई, बेरोजगारी के लिए मोदी नहीं बल्कि मुगल जिम्मेदार हैं।
ओवैसी ने एक जनसभा में कहा कि सत्ताधारी पार्टी आज देश में सभी समस्याओं के लिए मुगलों और मुस्लिमों को जिम्मदार ठहरा रही है। उन्होंने कहा, 'देश में युवा बेरोजगार हैं, महंगाई बढ़ रही है, डीजल 102 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है, वास्तव में इस सब के लिए जिम्मेदार औरंगजेब है (प्रधानमंत्री नरेंद्र) मोदी नहीं। बेरोजगारी के लिए सम्राट अकबर जिम्मेदार है। पेट्रोल 104 प्रति लीटर बिक रहा है, 115 रुपये, जिसने ताजमहल बनवाया वह जिम्मेदार है।'
ओवैसी ने आगे कहा, 'अगर उसने ताजमहल नहीं बनवाया होता, तो आज पेट्रोल 40 रुपए में बिकता। प्रधानमंत्री जी, मैं स्वीकार करता हूं कि उसने (शाहजहां) ताजमहल और लाल किला बनवाकर गलती की थी। उसे उस पैसे को बचाकर सौंप देना चाहिए था ताकि 2014 में यह मोदी जी को सौंप दिया जाए। हर मुद्दे पर वे कहते हैं कि मुसलमान जिम्मेदार हैं, मुगल जिम्मेदार हैं।'
देश में महंगाई, बेरोज़गारी, और बढ़ती पेट्रोल-डीज़ल की कीमतों का ज़िम्मेदार @narendramodi नहीं, मुग़ल हैं😜 - Barrister @asadowaisihttps://t.co/KLDrUaOwMz
— AIMIM (@aimim_national) July 4, 2022
ओवैसी ने कहा, 'क्या केवल मुगलों ने भारत पर शासन किया था? अशोक ने नहीं किया? चंद्रगुप्त मौर्य ने नहीं किया? लेकिन बीजेपी सिर्फ मुगलों को देख सकती है। वे एक आंख में मुगल देखते हैं, दूसरी में पाकिस्तान देखते हैं।'
ओवैसी ने आगे कहा कि भारत के मुसलमानों का मुगलों या पाकिस्तान से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा, 'हमने जिन्ना के प्रस्ताव को खारिज कर दिया और इस साल आजादी की 75वीं वर्षगांठ मनाएंगे। इस देश के 20 करोड़ मुसलमान इस बात के गवाह हैं कि उनके पूर्वजों ने जिन्ना के प्रस्ताव को खारिज कर दिया और भारत में ही रहे।'
ओवैसी ने कहा, 'भारत हमारा देश है। हम भारत नहीं छोड़ेंगे। आप चाहे कितने भी नारे लगा लें, हमें जाने के लिए कहें। हम यहीं रहेंगे और इसी मिट्टी में दफन होंगे।'