AIMIM चीफ ओवैसी ने दिया विवादित बयान, कहा- हिन्दू महिलाएं गर्भपात, आत्महत्या, दहेज हत्या की होती हैं ज्यादा शिकार
By भाषा | Published: September 24, 2018 07:24 PM2018-09-24T19:24:30+5:302018-09-24T19:40:34+5:30
सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने एक अखबार के लेख ‘‘तीन तलाक को गैरकानूनी बनाने से महिलाओं को लाभ नहीं होगा’’, की टिप्पणियों को ट्वीट किया।
हैदराबाद, 24 सितम्बर: एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सोमवार को कहा कि गर्भपात मुख्यत: हिंदु समुदाय में होता है। उनके इस बयान को भाजपा ने ‘‘आदिम एवं महिला विरोधी’’ करार दिया।
हैदराबाद के सांसद ने 2001 की जनगणना को उद्धृत करते हुए दावा किया कि ‘‘काफी संख्या’’ में आत्महत्या करने वाली विवाहिता या दहेज के लिए हत्या का शिकार बनने वाली महिलाएं हिंदू होती हैं।
उन्होंने ट्वीटर पर लिखा, ‘‘2001 की जनगणना के मुताबिक गर्भपात मुख्यत: हिंदुओं में होता है, आत्महत्या करने वाली ज्यादातर विवाहित महिलाएं हिंदू हैं, भारत में परित्यक्त महिलाओं और निराश्रित महिलाओं की ज्यादा संख्या हिंदुओं में है।’’
ओवैसी ने एक अखबार के लेख ‘‘तीन तलाक को गैरकानूनी बनाने से महिलाओं को लाभ नहीं होगा’’, की टिप्पणियों को ट्वीट किया।
ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहाद उल मुसलमीन के नेता के बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए तेलंगाना भाजपा के प्रवक्ता कृष्ण सागर राव ने कहा, ‘‘ओवैसी की मानसिकता का भंडाफोड़ हो गया है और उनके ये बयान पुरातन और महिला विरोधी हैं।’’
राव ने पीटीआई से कहा, ‘‘लगता है कि वह कट्टरवादी मानसिकता से अंधे हो गए हैं और 84 फीसदी आबादी की तुलना 15 फीसदी से कम आबादी से करना निराधार है।’’