मोहन भागवत पर ओवैसी का पलटवार, कहा- हिंदू राष्ट्र कोरी कल्पना, असुरक्षा की भावना से पनपते हैं ऐसे विचार'
By विनीत कुमार | Published: October 9, 2019 01:02 PM2019-10-09T13:02:40+5:302019-10-09T13:05:23+5:30
मोहन भागवत ने मंगलवार को दशहरे के अपने भाषण में कहा था कि संघ अपने इस नजरिये पर अडिग है कि 'भारत एक हिंदू राष्ट्र' है। AIMIM नेता ओवैसी ने अब इस पर कटाक्ष किया है।
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने आएसएस चीफ मोहन भागवत के दशहरा के मौके पर दिए गये भाषण पर उनकी आलोचना की है। ओवैसी ने कहा है कि 'हिंदू राष्ट्र' एक कोरी कल्पना है जो असुरक्षा की भावना से पैदा होती है। ओवैसी ने ट्वीट कर कहा, 'हिंदू राष्ट्र का विचार हिंदू प्रभुत्व पर आधारित है। इसका मतलब उन सभी को अपने अधीन लेना है जो हिंदू नहीं हैं। ऐसे में अल्पसंख्यकों को भारत में रहने की 'इजाजत' नहीं होगी। हिंदू राष्ट्र एक कोरी कल्पना है जो असुरक्षा की भावना से पैदा हुई है।'
इससे पहले भागवत ने मंगलवार को अपने भाषण में कहा था कि संघ अपने इस नजरिये पर अडिग है कि 'भारत एक हिंदू राष्ट्र' है। भागवत ने नागपुर में पारंपरिक विजयादशमी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भारत ही 'हिंदुस्तान यानी हिंदू राष्ट्र' है। भागवत ने साथ ही कहा कि संघ पिछले 9 दशकों से समाज में एकता, सद्भावना, सदाचरण और सदव्यवहार के लिए काम कर रहा है उसकी राष्ट्र को लेकर नीति स्पष्ट है।
भागवत ने साथ ही कहा, यह साफ है कि देश में स्वयंसेवकों के कार्य और समर्पण को लेकर विश्वास बढ़ा है। हालांकि, इस विश्वास को खत्म करने, समाज में डर फैलाने की कोशिशें होती रहती हैं। भागवत ने कहा, 'जो भारत के हैं, जो भारतीय पूर्वजों के वंशज हैं तथा सभी विविधताओं का स्वीकार, सम्मान व स्वागत करते हुए आपस में मिलजुल कर देश का वैभव तथा मानवता में शांति बढ़ाने का काम करने में जुटे हैं वे सभी भारतीय हिंदू हैं।'
भागवत ने कहा कि कुछ लोग संघ को बदनाम करने के लिए भीड़ हिंसा से उसे जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यहां तक कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी हर चीज के लिए संघ को दोषी ठहराना सीख लिया है।