ओवैसी ने महाराष्ट्र सरकार पर किया तंज, कहा- हमें गाली देकर मोदी व उद्धव ने चुनाव जीता और फिर निकाह और तलाक हो गया
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 10, 2019 04:21 PM2019-12-10T16:21:19+5:302019-12-10T16:21:19+5:30
असदुद्दीन ओवैसी ने नागरिकता संशोधन बिल पर कहा कि विधेयक संविधान के खिलाफ है, जिन्होंने संविधान बनाया वो पीएम मोदी से समझदार थे।
लोकमत पार्लियामेंट्री अवॉर्ड-2019 में एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मौजूदा महाराष्ट्र सरकार पर तंज किया। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में कैम्पेन के दौरान असदुद्दीन ओवैसी को गाली देकर पीएम मोदी और शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे ने चुनाव जीता और नतीजा आने के बाद तलाक और निकाह होने लगा। ओवैसी ने कहा, “महाराष्ट्र में मेरे और इम्तियाज जलील के खिलाफ एक अभियान चलाया गया। मतदाताओं से भाजपा और शिवसेना के साथ-साथ हमें भी हराने के लिए कांग्रेस और राकांपा को वोट देने के लिए कहा गया था।” उन्होंने कहा, “चुनाव के बाद, कांग्रेस ने शिवसेना के साथ ‘निकाह’ कर लिया और शरद पवार ने उद्धव ठाकरे के साथ ‘वलीमा’ कराया।” असदुद्दीन ओवैसी ने शिवसेना और कांग्रेस के गठबंधन पर तंज करते हुए यह बात कही है। महाराष्ट्र में शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी ने गठबंधन करके सरकार बना लिया है।
असदुद्दीन ओवैसी ने नागरिकता संशोधन बिल पर कहा कि विधेयक संविधान के खिलाफ है, जिन्होंने संविधान बनाया वो पीएम मोदी से समझदार थे। सेक्युलर पार्टी पर तंज करते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा सेक्युलर पार्टी को बीमारी है कि वह किसी के आंखों में आंख डालकर बात नहीं कर सकते हैं। उनके अंदर बहुत घमंड है।
ओवैसी ने कहा कि वह भारत के जमहूरियत को मजबूत कर रहे हैं। उन्होंने कहा, मेरा इस मुल्क से 1000 साल का रिश्ता हैं। उन्होंने मोदी सरकार से पूछा कि अगर एनआरसी में हमारा नाम नहीं आया तो आप सीएबी के सहारे रहेंगे, हम कैसे रहेंगे। असदुद्दीन ओवैसी बोले, हमने जिन्ना को ठुकरा दिया, हमारे पाकिस्तान और बांग्लादेश के मुसलमानों से क्या मतलब।
जानें लोकमत पार्लियामेंट्री अवॉर्ड के बारे में
संसद के दोनों सदनों में अपनी उत्कृष्ठ सेवाएं देने वाले चुनिंदा सांसदों को सम्मानित करने के लिए लोकमत समाचार पत्र समूह द्वारा हर वर्ष की तरह लोकमत संसदीय पुरस्कार समारोह 2019 का आयोजन किया जा रहा है। यह सम्मान उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू द्वारा आंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर, जनपथ, नई दिल्ली में दिए जाएंगे। इस समारोह में लोकसभा और राज्यसभा के चार-चार चुनिंदा सांसदों को सम्मानित किया जाएगा। जिनका चयन शरद पवार की अध्यक्षता वाली 9 सदस्यीय चयन समिति द्वारा किया गया है।
जिन श्रेणियों में पुरस्कार दिया जाना है उनमें लोकसभा और राज्यसभा से लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड, सर्वश्रेष्ठ सांसद, सर्वश्रेष्ठ महिला सांसद और प्रथम बार संसद पहुंची सर्वश्रेष्ठ महिला सांसद को सम्मानित किया जाएगा। इस समारोह से पूर्व दोपहर 2 बजे से आंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर के भीम सभागार में ही कॉनक्लेव का आयोजन किया गया। जिसका विषय है 'भारतीय राजनीति में क्षेत्रीय दलों की भूमिका'।
इस विषय पर विचार रखने के लिए कांग्रेस सांसद शशि थरूर, एआईएमआईएम के अध्यक्ष सांसद असदुद्दीन ओवैसी एवं केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के नाम शामिल हैं। लोकमत संसदीय पुरस्कार समारोह वर्ष-2017 में प्रारंभ किया गया था। जिसके बाद से लगातार इस समारोह का आयोजन किया जाता रहा है।
किसे-किसे मिले इस बार अवॉर्ड
लोकसभा
-लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड- मुलायम सिंह यादव
-सर्वश्रेष्ठ सांसद- सौगत राय
-सर्वश्रेष्ठ महिला सांसद- सुप्रिया सुले
- प्रथम बार संसद पहुंची सर्वश्रेष्ठ महिला - भारती प्रवीण पवार
राज्यसभा
-लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड- मनमोहन सिंह
-सर्वश्रेष्ठ सांसद-तिरुचि शिवा
-सर्वश्रेष्ठ महिला सांसद- विप्लव ठाकुर
- प्रथम बार संसद पहुंची सर्वश्रेष्ठ महिला - कहकशां परवीन