असदुद्दीन ओवैसी सरकार पर दागे तीन सवाल, पूछा, ना कोई घुसा है, ना कोई घुसा हुआ है तब 'डी-एस्केलेशन' क्यों?

By रजनीश | Published: July 7, 2020 04:49 AM2020-07-07T04:49:18+5:302020-07-07T04:49:18+5:30

एआईएमआईएम चीफ और सांसद असदुद्दीन ओवैसी अपनी बात पूरी मजबूती से रखने के लिए जाने जाते हैं और अधिकतर मुद्दों पर वो खुलकर अपनी राय रखते हैं।

asaduddin owaisi India-China border na koi ghusa hai na koi ghusa hua hai then why de escalation | असदुद्दीन ओवैसी सरकार पर दागे तीन सवाल, पूछा, ना कोई घुसा है, ना कोई घुसा हुआ है तब 'डी-एस्केलेशन' क्यों?

असदुद्दीन ओवैसी (फाइल फोटो)

Highlightsओवैसी का पहला सवाल है किसी भी सूरत में "डी-एस्केलेशन" का मतलब क्या है, चीन को वो करने देना चाहिए जो वह चाहता है?उन्होंने सरकार से दूसरा सवाल किया कि पीएमओ के मुताबिक, ना कोई घुसा है, ना कोई घुसा हुआ है तब "डी-एस्केलेशन" क्यों ?

चीन के मसले पर AIMIM चीफ और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने केंद्र सरकार को घेरते हुए तीन सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने न्यूज एजेंसी ANI के ट्वीट पर कहा कि पीएमओ के मुताबिक, ना कोई घुसा है, ना कोई घुसा हुआ है तब "डी-एस्केलेशन" क्यों?

ओवैसी के 3 सवाल

- किसी भी सूरत में "डी-एस्केलेशन" का मतलब क्या है, चीन को वो करने देना चाहिए जो वह चाहता है?

- पीएमओ के मुताबिक, ना कोई घुसा है, ना कोई घुसा हुआ है तब "डी-एस्केलेशन" क्यों ?

- हम चीन पर भरोसा क्यों कर रहे हैं, जब 6 जून के समझौते के बाद उसने धोखा किया है। क्या चीन ने "डी-एस्केलेशन" का भी वादा किया था।

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने रविवार को वीडियो कॉल पर चीनी विदेश मंत्री और एनएसए से बातचीत की थी। बातचीत का फोकस स्थायी तौर पर शांति बहाल करने और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए साथ मिलकर काम करने पर था।

दूसरी ओर चीनी अखबार ग्लोबल टाइम्स की ओर से भी बॉर्डर पर तनाव कम होने की बात की गई है। ग्लोबल टाइम्स का कहना है कि भारत और चीन की सेनाओं ने फ्रंट बॉर्डर से बैच के आधार पर सैनिक कम करने का निर्णय लिया है। 

सैनिकों को कम करने का फैसला दोनों देशों के बीच 30 जून को होने वाली बैठक के बाद लिया गया है। कहा यह भी जा रहा है कि लद्दाख सीमा पर LAC के पास चीनी सेना ने अपने टेंट भी हटाने शुरू कर दिए हैं। दोनों सेनाओं के बीच हुई बातचीत के आधार पर चीनी सेना करीब एक-दो किमी तक पीछे हट गई है।

डोभाल और चीनी विदेश मंत्री वांग यी दोनों देशों के बीच सीमा वार्ता से संबंधित विशेष प्रतिनिधि हैं। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में इस बातचीत को 'खुली और विचारों का व्यापक आदान-प्रदान' बताया और कहा कि डोभाल और वांग इस बात पर सहमत हुए कि दोनों पक्षों को एलएसी से सैनिकों के पीछे हटने की प्रक्रिया को 'तेजी से' पूरा करना चाहिए।

Web Title: asaduddin owaisi India-China border na koi ghusa hai na koi ghusa hua hai then why de escalation

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