गर्मी शुरू होते ही नींबू की कीमतों में देखी गई जबरदस्त बढ़ोतरी, अभी से रिटेल में 200 और थोक मार्केट में 150 से 160 रुपए प्रति किलो बिक रहे है लेमन
By आजाद खान | Published: March 16, 2023 02:51 PM2023-03-16T14:51:21+5:302023-03-16T15:10:43+5:30
ऐसे में नींबू के कारोबार से जुड़ों लोगों का मानना है कि पिछले साल की इस साल भी कीमतें 400 रुपए प्रति किलो छू सकती है।
नई दिल्ली: गर्मी अभी सही से शुरू ही नहीं हुई है कि बाजार में नींबू की कमी दिखने लगी है और इसकी कीमतों में अभी से भारी उछाल देखने को मिला है। जानकारी के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर के रिटेल मार्केट में एक किलो नींबू की कीमर 200 रुपए हो गई है। यह नहीं शहर के आसपास के भी कई मंड़ियों में नींबू की कीमत में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है।
दाम में आई अचानक बढ़ोतरी के लेकर सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि मांग के हिसाब से अभी उतनी सप्लाई नहीं हो रही जिस कारण इसके दाम बढ़ रहे है। कई और सब्जी विक्रेताओं का मानना है कि गर्मी के शुरू होने से पहले ही नींबू की कीमतों में इजाफा होता है और यह बढ़ोतरी सीजन में बढ़ती मांग के कारण होता है।
आखिर इस साल क्यों आ रहे है नींबू कम
ऐसे में इस पर बोलते हुए किसानों का कहना है कि इस साल समय से पहले गर्मी पड़ गई है और नींबू के पेड़ों को सही से पानी भी नहीं मिल रहा है। इस कारण पेड़ों पर नींबू सूखने लगे हैं और पानी की कम सप्लाई के कारण नींबू पेड़ों पर धीरे-धीरे बढ़ रहे है। ऐसे में किसानों के अनुसार, इस कारण इस नींबू की सप्लाई में कमी देखी जा रही है।
आने वाले दिनों में बढ़ सकते है और दाम, हो सकता है 400 रुपए प्रति किलो
दिल्ली एनसीआर के दुकानदारों का कहना है कि आने वाले दिनों में नींबू के दाम और बढ़ने वाले है। ऐसे में उन लोगों ने यह संभावना भी जताई कि पिछले साल की तरह इस साल भी नींबू के दाम 400 रुपए प्रति किलो पहुंच सकते है। कारोबारियों का कहना है कि जो नींबू एक महीने पहले 60 से 70 रुपए प्रति किली बिकती थी, आज वहीं नींबू के दाम दो गुने से भी ज्यादा बढ़ गए है।
ऐसे में जब मांग के आधार के मुताबिक सप्लाई नहीं होगी तो नींबू के कीमतों में इजाफा होना तय है। आपको बता दें कि पिछले साल भी नींबू की कीमतों में भारी इजाफा देखा गया था। इस बात का जीता सबूत यह है कि मांग में बढ़ोतरी के कारण नींबू के कारोबार से जुड़े लोग या किसान अपने नींबू के पेड़ की रखवाली तक करने लगे था। ऐसा इसलिए क्योंकि उनके पेड़ों से नींबू की चोरी होने लगी थी।