सांसद नवनीत राणा फिर घिर सकती हैं मुश्किलों में, रिहाई शर्तों का उल्लंघन करके दिया राजनीतिक बयान
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: May 8, 2022 05:37 PM2022-05-08T17:37:22+5:302022-05-08T18:07:49+5:30
जेल से रिहाई के बाद अमरावती की निर्दलीय सांसद सांसद नवनीत राणा ने जमानत शर्तों का उल्लंघन करते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ राजनीतिक बयान दिया है।
मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के निजी आवास 'मातोश्री' के सामने हुमान चालीसा के पाठ का ऐलान करने और बाद में मुंबई पुलिस द्वारा गिरफ्तार होकर जेल जाने वाली अमरावती की निर्दलीय सांसद नवनीत राणा ने जमानत शर्तों का उल्लंघन करते हुए राजनीतिक बयान दिया है।
सांसद नवनीत राणा को स्पेशल कोर्ट ने इस शर्त पर जमानत दी थी कि वो जेल से बाहर आकर किसी भी तरह का राजनीतिक बयान नहीं देंगी लेकिन कोर्ट के आदेश को दरकिनार करते हुए राणा ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ तल्ख तेवर दिखाते हुए कड़ा हमला बोला है।
सांसद नवनीत राणा ने रविवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को चुनौती देते हुए कहा कि वो उनके खिलाफ चुनाव लड़े और उन्हें हराकर दिखाएं। इसके साथ राणा ने इस बात का भी दावा किया कि आगामी बीएमसी चुनाव में मुंबई की जनता और भगवान राम के भक्त शिवसेना को उनके किये की सजा देंगे।
जेल से अस्पताल और अब अस्पताल से घर पहुंची नवनीत राणा ने रविवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा, "मैं उद्धव ठाकरे जी को चुनौती देता हूं कि कोई एक निर्वाचन क्षेत्र चुन लें, जहां से मैं उनके खिलाफ चुनाव लड़कर दिखाऊंगी।" इसके साथ राणा ने कहा, "मैं उनके खिलाफ ईमानदारी से चुनाव लडूंगी और कड़ी मेहनत के बल पर चुनाव जीतूंगी, तब वो (सीएम) जनता की ताकत को समझ पाएंगे।"
विधायक पति रवि राणा के साथ खुद को जेल में बंद किये जाने पर सवाल उठाते हुए सांसद नवनीत राणा ने कहा, "आखिर मैंने ऐसा कौन सा अपराधकर दिया था कि मुझे 14 दिनों तक जेल में रखा गया? वो भले मुझे 14 साल के लिए जेल में डाल दें, लेकिन मैं भगवान राम और हनुमान का जाप नहीं बंद नहीं करूंगी। उन्हें तो मुंबईकर और रामभक्त बीएमसी चुनाव में ही सबक सिखा देंगे।"
इसके साथ ही नवनीत राणा ने कहा कि वह बीएमसी चुनाव में शिवसेना के खिलाफ मुंबई में प्रचार करेंगी और लोगों से अपील करेंगी कि वो निगम में शिवसेना के "भ्रष्ट शासन" को खत्म करने में उनका समर्थन करें।
मालूम हो कि मुंबई पुलिस ने बीते 23 अप्रैल को अमरावती से निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके विधायक पति रवि राणा को को तब गिरफ्तार कर लिया था, जब उन्होंने मुख्यमंत्री ठाकरे के निजी आवास 'मातोश्री' के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने का ऐलान किया था।
इस मामले में मुंबई पुलिस ने राणा दंपत्ति पर राजद्रोह और धार्मिक भावनाएं भड़काने का केस दर्ज किया था स्पेशल कोर्ट ने मुंबई पुलिस के राजद्रोह की धारा को खारिज करते हुए 4 मई को मुंबई की नवनीत राणा और उनके पति रवि राणा को जमानत दे दी थी। जिसके बाद वे 5 मई को जेल से रिहा हुए थे।
रिहा होने के बाद सांसद नवनीत राणा को हाई ब्लड प्रेशर, शरीर दर्द और स्पॉन्डिलाइटिस की शिकायत के बाद सीधे मुंबई के लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां स्वास्थ्य लाभ करके सांसद नवनीत राणा मुंबई स्थित अपने आवास पर लौटी हैं। (समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)