अरविंद केजरीवाल ने उपराज्यपाल को लिखी चिट्ठी, कहा- दिल्ली में कोविड से जुड़े हालात बेहतर, छठ पूजा की दें अनुमति
By विनीत कुमार | Published: October 14, 2021 02:05 PM2021-10-14T14:05:43+5:302021-10-14T14:34:46+5:30
अरविंद केजरीवाल ने उपराज्यपाल अनिल बैजल को पत्र लिखकर कहा है कि दिल्ली में कोविड-19 पैदा हुए हालात अब बेहतर स्थिति में हैं। इसलिए छठ मनाने की अनुमति दी जाए।
नई दिल्ली: कोरोना संकट और दिल्ली में सार्वजनिक स्थानों पर छठ पूजा को लेकर जारी राजनीति के बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उपराज्यपाल अनिल बैजल को पत्र लिखा है। केजरीवाल ने दिल्ली में कोविड-19 की स्थिति बेहतर होने का हवाला देते हुए उपराज्यपाल से छठ पूजा समारोह की अनुमति देने का अनुरोध किया है।
केजरीवाल ने अपने पत्र में लिखा कि दिल्ली में कोविड-19 से उत्पन्न हालात नियंत्रण में है। केजरीवाल ने बैजल से छठ समारोह की अनुमति देने के लिए जल्द से जल्द दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) की बैठक बुलाने का भी अनुरोध किया।
दरअसल, डीडीएमए ने 30 सितंबर को अपने आदेश में कोविड-19 से उत्पन्न खतरे के मद्देनजर नदी के किनारे, जलाशयों और मंदिरों सहित सार्वजनिक स्थानों पर छठ कार्यक्रम आयोजित करने पर रोक लगा दी थी, जिसके कारण दिल्ली भाजपा ने विरोध प्रदर्शन किया था।
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में पिछले तीन महीनों से कोविड की स्थिति नियंत्रण में है और उनका मानना है कि कोविड नियमों के अनुसार छठ मनाने की अनुमति दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान तथा अन्य राज्यों ने उचित पाबंदियों के साथ छठ उत्सव मनाने की अनुमति दी है।
भाजपा है 'आप' सरकार पर है हमलावर
भाजपा के सांसद मनोज तिवारी ने बुधवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर मुसलमानों का तुष्टीकरण करने और छठ पूजा पर प्रतिबंध लगा कर हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया था।
केजरीवाल को लिखे एक पत्र में तिवारी ने छठ मनाने को लेकर केंद्र से दिशा-निर्देश लेने के आम आदमी पार्टी सरकार के कदम पर भी सवाल उठाया और कहा कि अगर सरकार 'गंभीर' थी तो त्योहार को प्रतिबंधित करने से पहले ऐसा करना चाहिए था।
तिवारी ने कहा, 'मुझे यह कहते हुए खेद है कि आप लगातार हिंदू समुदाय की भावनाओं को आहत करने के लिए काम कर रहे हैं और आप दिल्ली में मुस्लिम तुष्टीकरण के दोषी हैं। छठ पर प्रतिबंध के माध्यम से आपने हिंदुओं की भावनाओं को आहत किया है।'
सार्वजनिक स्थानों पर मूर्ति विसर्जन पर भी है रोक
दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) पहले ही दुर्गा पूजा के बाद पब्लिक स्थानों जैसे यमुना नदी या अन्य तालाबों मूर्ति के विसर्जन पर रोक लगा रखी है। जल प्रदूषण को देखते हुए डीपीसीसी ने ये कदम उठाया है।
डीपीसीसी के आदेश के अनुसार सार्वजनिक स्थानों पर मूर्ति विसर्जन के लिए 50 हजार रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। आदेश में कहा गया है कि आम लोग, पूजा समिति आदि घर के अहाते में, किसी बर्तन या बाल्टी में मूर्ति का विसर्जन कर सकते हैं।
(भाषा इनपुट)