कोविड-19 के खिलाफ जंग के लिए केजरीवाल ने अमित शाह से मांगी मदद, पत्र लिखकर मांगे आईटीबीपी और सेना से डॉक्टर और नर्स
By भाषा | Published: June 23, 2020 09:26 PM2020-06-23T21:26:58+5:302020-06-23T21:26:58+5:30
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर कोरोना वायरस के खिलाफ जंग के लिए मदद मांगी है।
नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर दक्षिण दिल्ली में स्थापित की जा रही 10,000 बेड वाली कोविड-19 देखभाल इकाई को संचालित करने के लिए भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) और सेना से डॉक्टरों और नर्सों की मांग की। यह जानकारी सूत्रों ने दी।
सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री केजरीवाल ने शाह को आध्यात्मिक संगठन राधा स्वामी सत्संग व्यास के विशाल परिसर में स्थापित की जा रही इकाई का दौरा करने के लिए भी आमंत्रित किया। सूत्रों ने कहा कि केजरीवाल ने कोविड-19 देखभाल इकाई को संचालित करने के लिए भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) और सेना से डॉक्टरों और नर्सों की मांग की है।
राधा स्वामी सत्संग व्यास का परिसर दिल्ली-हरियाणा सीमा पर स्थित है। कोविड-19 की यह इकाई 1700 फुट लंबी और 700 फुट चौड़ी होगी। इसमें 200 प्रकोष्ठ होंगे और प्रत्येक प्रकोष्ठ में 50 बिस्तर होंगे। गत सप्ताह दिल्ली सरकार ने कहा था कि दिल्ली में कोविड-19 के बढ़ते मामलों से निटपने के लिए राधा स्वामी सत्संग व्यास परिसर को विश्व के सबसे बड़े अस्थायी कोविड-19 देखभाल इकाई में परिवर्तित किया जा रहा है।
इस महीने के शुरू में केजरीवाल ने कहा था कि इसका इस्तेमाल कोविड-19 के बिना लक्षण वाले या हल्के लक्षण वाले उन मरीजों को पृथकवास में रखने के लिए किया जाएगा जिन्हें घर पर पृथकवास में रहने में परेशानी है। केजरीवाल ने कहा था कि दिल्ली की स्वास्थ्य देखभाल इकाइयों में 31 जुलाई तक 1.5 लाख बेड की जरूरत होगी जब दूसरे राज्यों से लोग इलाज के लिए दिल्ली शहर में आने शुरू हो जाएंगे।
उन्होंने कहा था कि उनकी सरकार के सामने आने वाले समय में ‘‘अभूतपूर्व चुनौतियां’’ हैं क्योंकि आंकडों से पता चलता है कि आने वाले दिनों में दिल्ली में कोविड-19 के मामलों में तेज बढ़ोतरी होगी। सोमवार को दिल्ली में कोविड-19 के 2909 नये मामले सामने आये जिससे यहां इसके कुल मामले बढ़कर 62 हजार से अधिक हो गए। वहीं मृतक संख्या बढ़कर 2233 हो गई।