नई दिल्ली: दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने जेल से रिहाई के बाद पहली बार पार्टी दफ्तर पहुंचे और उन्होंने वहां से केंद्र की भाजपा सरकार को कोसते हुए कहा कि कभी भी फर्जी केस और किसी भी हालत में अपने पद से इस्तीफा मत दें। उन्होंने कहा कि अपने जीवन में कुछ नहीं बनाया है। हालांकि, इस बीच उन्होंने ऐलान कर दिया कि वो दो दिन बाद अपने पद यानी मुख्यमंत्री से इस्तीफा देने जा रहे हैं। इसी बीच सबको चौंकाते हुए ऐलान कर दिया कि आगामी दो दिनों में वो अपने पद से इस्तीफा दे देंगे।
उन्होंने अपने भाषण में कहा कि इस बीच कोई दूसरा आप नेता मुख्यमंत्री बनेगा। ये भी साफ कर दिया कि पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया मुख्यमंत्री नहीं बनने जा रहे हैं। हालांकि, भाजपा उनपर आरोप लगाती रही है कि उन्हें कोर्ट ने बरी नहीं किया इसलिए वो अपने पद से इस्तीफा दे दें।
अरविंद केजरीवाल ने कार्यकर्ता को संबोधित करते हुए कहा कि वह मुख्यमंत्री पद तभी स्वीकार करेंगे, जब लोग दिल्ली विधानसभा चुनाव में उनकी ईमानदारी को प्रमाणित कर देंगे। उन्होंने कहा, "हम अपनी बेगुनाही साबित करने के लिए जनता की अदालत में जाएंगे।"
उन्होंने फरवरी 2025 के बजाय नवंबर 2024 में चुनाव कराने की भी मांग की। "कुछ लोग कहते हैं कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के कारण हम काम नहीं कर पाएंगे। यहां तक कि उन्होंने हम पर प्रतिबंध लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। अगर आपको लगता है कि मैं ईमानदार हूं, तो मुझे बड़ी संख्या में वोट दें।"
चुनाव होने तक पार्टी का कोई और प्रमुख होगासीएम ने आगे कहा, "चुनाव होने के बाद ही मैं सीएम की कुर्सी पर बैठूंगा। चुनाव फरवरी में होने हैं। मैं मांग करता हूं कि चुनाव नवंबर में महाराष्ट्र चुनाव के साथ हों। चुनाव होने तक पार्टी का कोई और प्रमुख होगा मंत्री। अगले 2-3 दिनों में विधायकों की एक बैठक होगी, जहां अगले सीएम का चुनाव किया जाएगा"।