Arvind Kejriwal resignation: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को घोषणा की कि वो अगले 48 घंटों में अपने पद से इस्तीफा दे देंगे। उन्होंने ये ऐलान जमानत मिलने और छह महीने बाद जेल से बाहर आने के दो दिन बाद किया। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने केजरीवाल से सवाल किया कि वो इतना ड्रामा क्यों कर रहे हैं और वो 48 घंटे बाद इस्तीफा क्यों देंगे?
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, खुराना ने कहा कि उन्हें आज ही इस्तीफा दे देना चाहिए। पहले भी वह ऐसा कर चुके हैं। दिल्ली की जनता पूछ रही है, सचिवालय नहीं जा सकते, दस्तावेजों पर हस्ताक्षर नहीं कर सकते? फिर बात क्या है? यह पूछे जाने पर कि क्या भाजपा समय पूर्व चुनाव के लिए तैयार है, खुराना ने कहा, "हम तैयार हैं, चाहे आज हो या कल। हम 25 साल बाद दिल्ली की सत्ता में वापसी करेंगे।"
वहीं, दिल्ली कांग्रेस ने अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे का स्वागत करते हुए कहा कि देर आए दुरुस्त आए। दिल्ली कांग्रेस प्रमुख देवेन्द्र यादव ने कहा, "बेहतर होता अगर उन्होंने तब इस्तीफा दे दिया होता जब दिल्ली बाढ़ और पीने के पानी की कमी से जूझ रही थी। मुझे उम्मीद है कि दिल्ली को जल्द ही एक नया मुख्यमंत्री मिलेगा जो उनके कार्यालय में जा सकता है और फाइलों पर हस्ताक्षर कर सकता है।"
इस बीच केजरीवाल ने कहा, "दो दिन बाद मैं सीएम पद से इस्तीफा दे दूंगा। जब तक जनता अपना फैसला नहीं सुना देती, मैं उस कुर्सी पर नहीं बैठूंगा। दिल्ली में चुनाव होने में कुछ महीने बाकी हैं। मुझे कानूनी अदालत से न्याय मिला, अब मुझे जनता की अदालत से न्याय मिलेगा।"
उन्होंने अपनी बात को जारी रखते हुए आगे कहा, "जनता के आदेश के बाद ही मैं सीएम की कुर्सी पर बैठूंगा। मैं दिल्ली की जनता से पूछना चाहता हूं कि केजरीवाल निर्दोष है या दोषी? अगर मैंने काम किया है तो मुझे वोट दें।"
आम आदमी पार्टी (आप) नेता अरविंद केजरीवाल ने ये भी कहा कि उनके इस्तीफे के बाद पार्टी के एक सदस्य को मुख्यमंत्री बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि वह लोगों के बीच जायेंगे और उनसे समर्थन मांगेंगे। केजरीवाल ने यह भी मांग की कि फरवरी में होने वाले राष्ट्रीय राजधानी के चुनाव नवंबर में महाराष्ट्र के चुनावों के साथ कराए जाएं।