Arunachal Pradesh panchayat bypolls: बीजेपी ने 108 पंचायत सीट पर किया कब्जा, जानें एनपीपी, कांग्रेस और जदयू का हाल
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 16, 2022 08:55 PM2022-07-16T20:55:47+5:302022-07-16T20:57:37+5:30
Arunachal Pradesh panchayat bypolls: नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) ने पांच सीटें हासिल कीं, विपक्षी कांग्रेस और जनता दल (यूनाइटेड) ने तीन-तीन सीटें जीतीं और निर्दलीय उम्मीदवारों को 11 सीटें मिलीं।
ईटानगरः अरुणाचल प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पंचायत उपचुनाव में 108 ग्राम पंचायत (जीपी) सीटों पर जीत हासिल की। राज्य निर्वाचन आयोग (एसईसी) के अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
राज्य चुनाव आयुक्त हेगे कोजीन ने बताया कि शनिवार को हुई मतगणना के मुताबिक, नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) ने पांच सीटें हासिल कीं, विपक्षी कांग्रेस और जनता दल (यूनाइटेड) ने तीन-तीन सीटें जीतीं और निर्दलीय उम्मीदवारों को 11 सीटें मिलीं।
कुरुंग कुमे जिले की एकमात्र जिला परिषद सदस्य (जेडपीएम) सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार बेंगिया तायंग ने अपने प्रतिद्वंद्वी एनपीपी उम्मीदवार चेलो तगर को 98 मतों के अंतर से हराया। राज्य चुनाव आयोग ने 14 जून को 130 ग्राम पंचायत की सीटों और एक जेडपीएम सीट पर पंचायत उपचुनाव कराने की अधिसूचना जारी की थी।
हालांकि, 116 ग्राम पंचायत सीटों पर मैदान में एक ही उम्मीदवार होने के कारण उन्हें निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया। इसमें भाजपा ने 101 सीटें, एनपीपी और कांग्रेस ने दो-दो सीटें, एक जद (यू) और निर्दलीय उम्मीदवारों ने 10 सीटें जीतीं। गौरलतब है कि जेडपीएम की एक सीट और 14 ग्राम पंचायत सीटों के लिए उपचुनाव 12 जुलाई को हुए थे।
कोजीन ने बताया कि कुल 4,057 मतदाताओं में से 84.55 प्रतिशत मतदाताओं ने 14 ग्राम पंचायत सदस्यों और एक जेडपीएम का चुनाव करने के लिए अपने मताधिकार का प्रयोग किया। अरुणाचल प्रदेश में कुल ग्राम पंचायत की कुल 8,216 सीटें और जेडपीएम की 242 सीटें हैं।
जेडपीएम सीटों में सत्तारूढ़ भाजपा के पास 188, जद (यू) के पास 10, कांग्रेस (नौ), एनपीपी (सात), पीपीए (तीन) और निर्दलीय (24) सीटें हैं। राज्य की कुल जीपीएम सीटों में से भाजपा के पास 6,378 सीटें, कांग्रेस (378), एनपीपी (243), जेडीयू (159), पीपीए (27) और निर्दलीय (1046) हैं। कोजीन ने कहा कि चांगलांग जिले के विजयनगर उप-मंडल की 40 जीपीएम सीटों और जेडपीएम की एक सीट के लिए चुनाव कानून-व्यवस्था और अन्य प्रशासनिक मुद्दों के कारण लंबित रखा गया है।