मोदी की सख्ती से सांसदों का मुंह बंद, जेटली-सुषमा के नई सरकार में शामिल होने पर संशय
By नितिन अग्रवाल | Published: May 28, 2019 07:44 AM2019-05-28T07:44:58+5:302019-05-28T07:44:58+5:30
27 मई नरेंद्र मोदी की अगुवाई में नई सरकार के शपथ की तैयारियां शुरू हो गई हैं. शपथ के लिए दिन और समय निर्धारित कर लिए गए हैं लेकिन प्रधानमंत्री के साथ शपथ लेने वालों में कौन चेहरे शमिल होंगे इसे लेकर स्थिति साफ नहीं है. दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जीत के बाद सांसदों को इस बारे में सख्ती से आगाह किया था. एक सांसद ने कहा कि इस बारे में कुछ भी सोचना पूरी तरह व्यर्थ है. मंत्रिमंडल में किसे शामिल करना है यह प्रधानमंत्री के विशेषाधिकार का विषय है.
यह नाम सबसे आगे एक आकलन के अनुसार राहुल गांधी को उनके गढ़ अमेठी में जोरदार अंतर से हराने वाली स्मृती ईरानी और राफेल मुद्दे पर विपक्ष के हमलों को बेअसर करने वाली निर्मला सीतारमण को नई सरकार में प्रमुख भूमिका मिलने को लेकर कोई संशय नहीं है. पटना साहब से जीत दर्ज कराने वाले रविशंकर प्रसाद और बेगूसराय से जीतने वाले गिरिराज सिंह फिर से मंत्रिमंडल में हो सकते हैं.
महाराष्ट्र से होंगे कई मंत्री जानकारों के अनुसार महाराष्ट्र से नितिन गडकरी, पीयूष गोयल, प्रकाश जावड़ेकर का नाम तय माना जा रहा है. हंसराज अहीर और अनंत गीते की हार के बाद महाराष्ट्र के दो नए नाम जगह बना सकते हैं. ऐसे में पूनम महाजन और डॉ. हिना गावित में से एक की संभावना है.
बंगाल, ओडिशा, तेलंगाना को तरजीह प. बंगाल, ओडिशा और तेलंगाना में भाजपा के विस्तार को देखते हुए माना जा रहा है कि मोदी सरकार पार्ट टू में इन राज्यों को तरजीह दी जा सकती है. मंत्रिमंडल में कुछ युवा चेहरों को स्थान दिए जाने की संभावना है. इनको लेकर शंका स्वास्थ्य कारणों को देखते हुए अरुण जेटली और सुषमा स्वराज के नई सरकार में शामिल होने को लेकर शंका है. दोनों ने इस बार चुनाव नहीं लड़ा. उमा भारती भी इस बार चुनाव से लगभग दूर रहीं.