अनुच्छेद 370ः राहुल को दिया गया आमंत्रण महज प्रचार का एक जरिया था और उसमें कभी, कोई गंभीरता थी ही नहीं
By भाषा | Published: August 14, 2019 12:43 PM2019-08-14T12:43:45+5:302019-08-14T12:43:45+5:30
यूपीए सरकार के पूर्व वित्त मंत्री ने जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक पर निशाना साधा। सत्यपाल मलिक केवल प्रचार का काम कर रहे हैं। वह केवल बकवास की बातें कर रहे हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने बुधवार को जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य का दौरा करने के लिए राहुल गांधी को दिया गया उनका आमंत्रण महज प्रचार का एक जरिया था और उसमें कभी, कोई गंभीरता थी ही नहीं।
My @IndianExpress Column | #AcrosstheAisle : J&K is no longer the same J&K. It has been dismembered https://t.co/R0Vpzth2uZ
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) August 11, 2019
चिदंबरम के अनुसार, यह कहना बिल्कुल गलत है कि राज्य के दौरे के लिए राहुल गांधी ने शर्तें रखी हैं। पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि राहुल ने केवल सैनिकों सहित सभी लोगों से मिलने की छूट मांगी है। उन्होंने ट्विटर पर कहा, ‘‘जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल का राहुल गांधी के लिए आमंत्रण कभी भी गंभीर आमंत्रण नहीं था। यह प्रचार का महज एक जरिया था। यह कहना कि राहुल गांधी ने शर्तें रखी हैं, बिल्कुल बकवास है। राहुल गांधी ने सैनिकों सहित सभी से मिलने की छूट मांगी है। यह शर्त रखना कैसे हुआ?’’
To say that Rahul Gandhi put conditions is rubbish. Rahul Gandhi asked for freedom to meet everyone, including soldiers. How is that putting conditions?
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) August 14, 2019
उन्होंने पूछा कि क्या कोई आगंतुक व्यक्ति विभिन्न वर्गों के लोगों से मिलने और सैनिकों के कल्याण के बारे में पूछने की छूट नहीं मांग सकता? मलिक ने राज्य के दौरे से पहले ‘शर्तें’ रखने के लिए मंगलवार को राहुल गांधी की आलोचना की और आरोप लगाया कि उन्होंने विपक्षी नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल को लाने की मांग कर अशांति पैदा करने की कोशिश की।
Can a visitor not ask for freedom to meet different sections of the people and to enquire about the welfare of the soldiers?
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) August 14, 2019
गौरतलब है कि गांधी ने कश्मीर में हिंसा होने संबंधी टिप्पणी की थी, जिसके बाद मलिक ने सोमवार को कहा था कि वह घाटी का दौरा करने और जमीनी स्थिति का मुआयना करने के लिए उन्हें (राहुल को) लाने की खातिर विमान भेजेंगे। राज्यपाल ने एक बयान में कहा था कि गांधी ने यात्रा के लिए मुख्यधारा के नजरबंद नेताओं से मिलने समेत कई शर्तें रखी हैं।