इंडियन आर्मी ने बनाया Whatsapp, Telegram जैसा स्वदेशी मैसेजिंग ऐप, यहां पढ़ें SAI के बारे में सबकुछ
By स्वाति सिंह | Published: October 29, 2020 05:46 PM2020-10-29T17:46:06+5:302020-10-29T17:46:06+5:30
एसएआई मैसेजिंग ऐप का मॉडल व्हाट्सएप, टेलीग्राम, संवाद और जीआईएमएस जैसे मैसेजिंग एप की तरह ही है। इसमें मैसेजिंग के लिए सुरक्षित प्रोटोकॉल भी है। साथ ही स्थानीय इनहाउस सर्वर और कोडिंगे की सुरक्षित व्यवस्था भी है।
इंडियन आर्मी ने एक आसान और सुरक्षित मैसेजिंग ऐप को विकसित किया है। इसका नाम ‘सिक्योर एप्लीकेशन फॉर इंटरनेट (SAI) है। यह ऐप इंटरनेट के जरिए एंड्रॉयड प्लेटफॉर्म पर एंड टू एंड सिक्योर वॉइस, टेक्स्ट और वीडियो कॉलिंग सर्विसेज को सपोर्ट करता है। SAI ऐप मॉडल कमर्शियली उपलब्ध मैसेजिंग ऐप्स जैसे वॉट्सऐप, टेलिग्राम, SAMVAD व GIMS के जैसा है। यह एंड टू एंड इन्क्रिप्शन मैसेजिंग प्रोटोकॉल का इस्तेमाल करता है।
एसएआई मैसेजिंग ऐप का मॉडल व्हाट्सएप, टेलीग्राम, संवाद और जीआईएमएस जैसे मैसेजिंग एप की तरह ही है। इसमें मैसेजिंग के लिए सुरक्षित प्रोटोकॉल भी है। साथ ही स्थानीय इनहाउस सर्वर और कोडिंगे की सुरक्षित व्यवस्था भी है। एसएआई मैसेजिंग ऐप की जांच भारतीय कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (सीईआरटी) से संबद्ध लेखा परीक्षक और सेना साइबर समूह ने अच्छे से की गयी है। सेवा के भीतर सुरक्षित संदेश भेजने की सुविधा के लिए एसएआई का उपयोग पूरी सेना द्वारा किया जायेगा।
Indian Army has developed a simple and secure messaging application named the 'Secure Application for Internet (SAI)'. The application supports end to end secure voice, text & video calling services for Android platform over internet: Ministry of Defence
— ANI (@ANI) October 29, 2020
एसएआई ऐप की समीक्षा करने के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कर्नल साई शंकर के कौशल तथा अनुप्रयोग को विकसित करने के लिए सराहना की। उन्होंने कहा कि एसएआई ऐप के जरिये सेनाओं के बीच सुरक्षित ढंग से संदेश भेजे जा सकेंगे। बताया जा रहा है कि इस ऐप को सेना साइबर समूह और CERT-in द्वारा तैयार किया गया है। इसे आईओएस प्लेटफॉर्म पर काम करने के लिए तैयार किया जा रहा है। कहा जा रहा है कि सेना एसएआई ऐप का इस्तेमाल सुरक्षित संदेश भेजने के लिए करेगी। गौरतलब है कि इस ऐप की खूबियों को जानने और इसके कार्य करने की क्षमता की समीक्षा करने के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इसकी सराहना की है।