भारत-चीन सीमा पर तनाव के बीच लद्दाख पहुंचे आर्मी चीफ मनोज मुकुंद नरवणे, अधिकारियों के साथ की चर्चा

By पल्लवी कुमारी | Published: May 23, 2020 02:03 PM2020-05-23T14:03:00+5:302020-05-23T14:03:00+5:30

भारत और चीन के बीच सीमा पर एक बार फिर तनाव बना हुआ है। सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे के दौरे से पहले दोनों देशों के बीच सैन्य अधिकारियों के स्तर पर बातचीत शुरू हुई थी

Army chief Manoj Mukund Naravane visits Ladakh after border skirmish at LAC | भारत-चीन सीमा पर तनाव के बीच लद्दाख पहुंचे आर्मी चीफ मनोज मुकुंद नरवणे, अधिकारियों के साथ की चर्चा

Indian Army chief General Manoj Mukund Naravane (File Photo)

Highlightsचीन से लगी सीमा पर तनाव बढ़ने के बीच भारत ने 21 मई को कहा था कि लद्दाख और सिक्किम में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चीन भारतीय सैनिकों की सामान्य गश्त में बाधा डाल रहा है। भारत और चीन के सैनिकों के बीच लद्दाख के पैंगोंग त्सो झील और गलवान घाटी में तनाव घटाने के लिए इस हफ्ते कम से कम पांच दौर की वार्ता नाकाम रही।

लद्दाख: भारत-चीन सीमा पर तनाव के बीच भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने लद्दाख का दौरा किया। आर्मी चीफ एमएम नरवणे के साथ उनके दौरे के दौरान सेना की उत्तरी कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल वाई.के. जोशी भी थे। सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने शीर्ष अधिकारियों के साथ मुलाकात की और वहां के हालात का जायजा लिया। आर्मी चीफ ने लेह स्थित 14 सैन्यदलों के मुख्यालय का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने उत्तरी कमांड के मुख्य अधिकारियों के साथ चर्चा की और जाना कि ताजा हालात कैसे हैं ये जानने की कोशिश की। 

भारत और चीन विवादित सीमावर्ती इलाकों में अपना-अपना आक्रामक रुख जारी रखा है। चीन से लगी सीमा पर तनाव बढ़ने के बीच भारत ने 21 मई को कहा था कि लद्दाख और सिक्किम में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चीन भारतीय सैनिकों की सामान्य गश्त में बाधा डाल रहा है। 

भारत और चीन के बीच पांच दौर की वार्ता लद्दाख में तनाव घटाने में नाकाम रही

भारत और चीन के सैनिकों के बीच लद्दाख के पैंगोंग त्सो झील और गलवान घाटी में तनाव घटाने के लिए इस हफ्ते कम से कम पांच दौर की वार्ता नाकाम रही। सरकारी सूत्रों ने शुक्रवार (22 मई) को यह जानकारी दी। सूत्रों ने बताया कि भारतीय थल सेना ने पैंगोंग त्सो झील और गलवान घाटी, दोनों जगहों पर चीनी सैनिकों के बराबर ही अपने सैनिकों की तैनाती की है। दोनों क्षेत्रों में पिछले दो हफ्तों में बड़ी संख्या में अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती देखने को मिली है। उन्होंने बताया कि आने वाले कुछ समय में तनाव कम होने की बहुत कम गुंजाइश है क्योंकि दोनों पक्ष अपने-अपने मोर्चे पर जमे हुए हैं। समझा जाता है कि राजनयिक माध्यम भी दोनों देशों की सेनाओं के बीच तनाव घटाने के लिये ओवरटाइम काम कर रहे हैं। 

भारत द्वारा एक सड़क बनाए जाने के बाद शुरू हुआ विवाद

गलवान घाटी में भारत द्वारा एक सड़क बनाये जाने पर चीन के ऐतराज जताने के बाद यह तनाव पैदा हुआ है। पांच मई को दोनों देशों के कुछ सैनिकों के बीच टकराव होने और इसके बाद नौ मई को उत्तरी सिक्किम में इसी तरह की एक और घटना होने के बाद से दोनों पक्षों ने पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर अपनी मौजूदगी मजबूत की है। सूत्रों के मुताबिक, दोनों सेनाओं के स्थानीय कमांडर मुद्दे का समाधान होने तक वार्ता जारी रखेंगे। 

तनाव बढ़ने के बीच भारत, चीन ने लद्दाख में सैनिकों क संख्या बढ़ाई

भारतीय और चीनी सेनाओं ने तीखी झड़प के करीब दो सप्ताह बाद आक्रामक रूख अपनाते हुए लद्दाख में गलवान घाटी और पांगोंग त्सो झील के आसपास के क्षेत्रों में अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती कर दी है। सैन्य सूत्रों ने बुधवार (20 मई) को यह जानकारी दी। समझा जाता है कि भारत के शीर्ष सैन्य अधिकारी लगातार स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। वहीं अमेरिका ने कहा कि चीनी सैनिकों का आक्रामक व्यवहार चीन द्वारा पेश खतरे की याद दिलाता है।

Web Title: Army chief Manoj Mukund Naravane visits Ladakh after border skirmish at LAC

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