एंटीलिया केसः सचिन वाझे से जुड़ी एक और लग्जरी कार जब्त, एनआईए ने जांच तेज की
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 18, 2021 07:10 PM2021-03-18T19:10:40+5:302021-03-18T20:08:38+5:30
मुकेश अंबानी के दक्षिण मुंबई स्थित आवास के नजदीक 25 फरवरी को जिलेटिन छड़ों के साथ एक एसयूवी कार मिली थी जिसकी जांच राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) कर रहा है और इसी दौरान सचिन वाझे का नाम प्रकाश में आया।
मुंबईः राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने बृहस्पतिवार को एक और लग्जरी कार जब्त की, जिसे मुंबई के पुलिस अधिकारी सचिन वाझे द्वारा कथित तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा था।
एनआईए के एक अधिकारी ने बताया कि टोयोटा लैंड क्रूजर प्राडो कार ठाणे के साकेत क्षेत्र में वाजे के आवास के बाहर खड़ी मिली। वाहन को यहां कुंबाला हिल स्थित एनआईए कार्यालय लाया गया। उद्योगपति मुकेश अंबानी के ‘एंटीलिया’ आवास के बाहर पच्चीस फरवरी को जिलेटिन की छड़ों से भरी कार मिलने के मामले में एनआईए ने शनिवार रात वाजे को गिरफ्तार किया था।
मामले को लेकर उठते सवालों के बीच महाराष्ट्र सरकार ने बुधवार को मुंबई के पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह का एक कम महत्वपूर्ण पद पर तबादला कर दिया था। उनकी जगह वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी हेमंत नगराले को मुंबई का नया पुलिस आयुक्त नियुक्त किया गया है। एनआईए ने मामले की जांच के क्रम में मंगलवार को काले रंग की एक मर्सिडीज कार बरामद की थी और इससे विस्फोटक से लदी एसयूवी की वास्तविक नंबर प्लेट भी बरामद की थी।
राउत की फड़नवीस को चुनौती: वाजे के ‘राजनीतिक संरक्षकों’ का नाम बताएं
शिवसेना नेता संजय राउत ने मुंबई पुलिस आयुक्त परमवीर सिंह के ताबदले के पीछे दबाव होने से इनकार करते हुए भाजपा नेता देवेंद्र फड़नवीस को चुनौती दी कि अगर उनके पास गिरफ्तार पुलिस अधिकारी सचिन वाझे के कथित ‘राजनीतिक संरक्षकों’ के बारे में सबूत है तो उनका नाम बताएं।
राउत ने कहा कि फड़नवीस को ऐसा कोई काम नहीं करना चाहिए जिससे मुंबई हतोत्साहित हो। उन्होंने कहा, ‘‘अगर विपक्ष सोचता है कि यह तबादला किसी दबाव में किया गया तो वह गलत है। उद्धव ठाकरे सरकार ने किसी दबाव में तबादला नहीं किया है। यह हमारी नैतिक जिम्मेदारी है कि जब तक जांच जारी है तब तक यह तबादला किया जाना चाहिए।’’
इससे पहले फड़नवीस ने कहा था कि सिंह और वाजे ‘छोटे आदमी‘ हैं और मामले को केवल उन्हें जिम्मेदार ठहराकर सुलझाया नहीं जा सकता। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा था, ‘‘कौन है इसके पीछे? उसकी जांच होनी चाहिए। राजनीतिक आका जिन्होंने वाजे को निर्देशित किया, उनका पता लगाया जाना चाहिए।’’
उन्होंने ठाणे के कारोबारी मनसुख हिरन की हत्या होने की आशंका जताई और आरोप लगाया कि सचिन वाझे के कई शिवसेना नेताओं से गहरे संबंध थे। इस पर राउत ने कहा, ‘‘अगर आपके पास सबूत है तो उन लोगों का नाम बताएं।’’ फडणवीस पर निशाना साधते हुए राउत ने कहा कि भाजपा नेता अगले साढ़े तीन साल महाविकास अघाडी सरकार के बचे कार्यकाल के पूरा होने तक खुद को बनाए रखने के लिए मुद्दे उठाते रहेंगे।
जब मैं मुख्यमंत्री था तो उद्धव ने वाझे को बहाल करने के लिए कहा था : फड़नवीस
भाजपा नेता देवेंद्र फड़नवीस ने दावा किया कि जब वह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री थे तब वर्ष 2018 में शिवसेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वाजे को बहाल करने के लिए कहा था। उन्होंने आरोप लगाया कि शिवसेना ने इस मुद्दे पर उनपर दबाव बनाया था।
फड़नवीस ने कहा, ‘‘ मैं वर्ष 2018 में राज्य का मुख्यमंत्री था और गृह विभाग भी मेरे अधीन था। शिवसेना अध्यक्ष ने मुझसे संपर्क कर निलंबित अधिकारी सचिन वाजे को दोबारा बहाल करने को कहा। कुछ अन्य शिवसेना नेताओं ने भी इसी तरह का अनुरोध बाद में मुलाकात कर किया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जब वाजे को बहाल करने का प्रस्ताव मिला तो मैंने महाधिवक्ता को बुलाकर मौखिक रूप से उनकी राय जानी जिन्होंने बताया कि बंबई उच्च न्यायालय के आदेश पर वाजे को निलंबित किया गया है, अत: मैंने उन्हें बहाल नहीं करने का फैसला किया।’’
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष फड़नवीस ने आरोप लगाया कि शिवसेना ने उनपर इस मुद्दे को लेकर दबाव बनाने की कोशिश भी की। वर्ष 2014 से 2019 तक राज्य में भाजपा और शिवसेना की गठबंधन सरकार थी। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘शिवसेना ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस से हाथ मिलाकर सरकार बनाने के बाद वाजे को बहाल किया लेकिन उसके खिलाफ गंभीर आरोप थे।’’